क्लास मे पंखे का हवा खाना शिक्षिका पड़ा महंगा, शिक्षा विभाग ने इस के कारण शिक्षिका के वेतन वृद्धि पर 3 वर्ष के लिए लगाई रोक, पत्र हुआ जारी
बिहार में शिक्षा विभाग आए दिन अपने आदेशों को लेकर सुर्खियां बटोरता है. ऐसा ही एक मामला शनिवार को सामने आया जब महिला शिक्षिका का कक्षा छोड़कर कार्यालय कक्ष में बैठकर पंखा झेलना उन्हें भारी पड़ गया.
पंखा से हवा खाना शिक्षिका को इस कदर महंगा पड़ा है कि तीन साल के लिए उनके वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई. शिक्षिका के साथ ही एक अन्य शिक्षक पर भी इसी तरह की कार्रवाई हुई है. शिक्षा विभाग का यह सख्त फरमान राज्य के बांका जिले से जुड़ा है.
दरअसल, जिला शिक्षा पदाधिकारी बांका ने यह आदेश जारी किया है. आदेश की प्रति अब सोशल मीडिया पर वायरल है. बताया गया कि 10 अगस्त यानी शनिवार को विशेष सचिव, शिक्षा विभाग बिहार, पटना द्वारा नव०प्रा०वि० शोभानपुर (SC), अमरपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शिक्षिका सीमा गुप्ता वर्ग कक्ष का संचालन नहीं कर कार्यालय कक्ष में बैठकर पंखा झेल रही थी। इसी प्रकार रुपेश रंजन विद्यालय से बिना सूचना अनुपस्थित पाये गये।
विभाग ने कहा है कि यह उनके स्वेच्छाचारिता, लापरवाही एवं विभागीय आदेश की अवहेलना को परिलक्षित करता है। इसलिए समीक्षोपरान्त सीमा गुप्ता रूपेश रंजन के विरूद्ध आरोप पूर्ण रूप से प्रमाणित पाये गये. आरोप के लिए दोषी मानते हुए उनके तीन वार्षिक वेतन वृद्धि पर असंख्यात्मक प्रभाव से रोक लगाई गई है. आदेश में कहा गया है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, अमरपुर को निदेश दिया जाता है कि सीमा गुप्ता एवं रूपेश रंजन की सेवा पुस्तिका में इसकी प्रविष्टि करना सुनिश्चित किया जाय।