नाम की स्पेलिंग में अंतर रहने पर  कॉउंसलिंग रिसिविंग मे लिखा जाता है डाउट फूल डाक्यूमेंट्स, इससे बचने के लिए कॉउंसलिंग कराने वाले शिक्षक देख लें अपना अपना सर्टिफिकेट

नाम की स्पेलिंग में अंतर रहने पर  कॉउंसलिंग रिसिविंग मे लिखा जाता है डाउट फूल डाक्यूमेंट्स, इससे बचने के लिए कॉउंसलिंग कराने वाले शिक्षक देख लें अपना अपना सर्टिफिकेट

 

 

बिहार में नियोजित शिक्षकों ने सरकारी शिक्षा का दर्जा प्राप्त करने के लिए साक्षमता परीक्षा में उत्तिमता हासिल की है इसके बाद से उनकी काउंसलिंग की प्रक्रिया जारी है काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र में नाम की स्पेलिंग में त्रुटि भी चेक की जा रही है जबकि जानकारी जानकारी का मानना है कि ऐसा निर्देश शिक्षा विभाग द्वारा कहीं नहीं दिया गया है

हजारों अभ्यर्थियों के साथ इस प्रकार की दिक्कतें आ रही है ध्यान में रखते हुए विभाग के नियम पुनः सामने लाने की आवश्यकता महसूस की गई है ताकि काउंटर पर मौजूद कमी के साथ-साथ विभाग के अधिकारी और जिले के उच्च अधिकारी भी इस और ध्यान दे सके और काउंसलिंग कर रहे शिक्षकों को विभाग के नियम से पड़े जाकर किसी प्रकार भी परेशान ना किया जाए

परीक्षा एजेंसी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के स्तर से हो चुका है पहले भी नियोजित शिक्षकों का वेरिफिकेशन

बिहार सरकार ने जमीन शिक्षकों को सरकारी शिक्षक का दर्जा प्रदान करने की नियमावली बनाई तमिल शिक्षकों ने विभाग के निर्देश पर साक्षमता परीक्षा उतार होने का मन बनाया

विभाग में परीक्षा संचालन के लिए बिहार विद्यालय प्रोजेक्ट समिति को एजेंसी के रूप में चयनित किया समिति ने सभी शिक्षकों से ऑनलाइन फॉर्म भरवारा जिसमें शिक्षकों ने अपने सभी शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र दक्षता प्रमाण पत्र ट प्रमाण पत्र अन्य प्रमाण पत्र को स्कैन करवा कर अपलोड किया

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्तर से सभी चीजों को ठीक पाए जाने के बाद संबंधित जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की लोगों से उन शिक्षकों का विवरण भेजा गया जिन शिक्षकों का आवेदन एवं नियोजन इत्यादि सही पाया गया इन शिक्षकों के बारे में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के स्तर से प्रतिदिन समिति को रिपोर्ट भेजी गई तब जाकर बिहार विद्यालय समिति ने नियोजित शिक्षकों का प्रवेश पत्र ऑनलाइन जारी किया

शिक्षा के क्षेत्र में जानकार लोगों का कहना है कि जब तक इतनी प्रक्रिया पूरी हो गई बिहार विद्यालय की समिति एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के स्तर से कितने स्तरों की जांच हो चुकी है तब उसके बाद काउंसलिंग के दौरान काउंटर पर मौजूद करने का काम इतना ही रह जाता है कि वह शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है प्रमाण पत्र को ऑनलाइन अपलोड किए गए प्रमाण पत्र से मिलान करिया देखने की वही प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जा रहा है अथवा नहीं जो ऑनलाइन आवेदन के समय अपलोड किए गए थे

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