छूटे हुए 48000 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग छठ के बाद होगी शुरू शिक्षा विभाग ने की घोषणा
छूते हुए 48000 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग छठ के बाद शुरू होगी इस बात की जानकारी शिक्षा विभाग ने दी 9 नवंबर तक सही प्रमाण पत्र अपलोड करने का शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को दिया है मौका सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में शिक्षा विभाग ने भेज दिया है पत्र
साक्षमता परीक्षा होती 48000 शिक्षकों की काउंसलिंग छठ पूजा के बाद होगी इसके पूर्व शिक्षा विभाग में शिक्षकों को उनके नाम आधार संख्या आदि में सुधार करने तथा प्रमाण पत्र को वेबसाइट पर दोबारा अपलोड करने का समय दिया है यह समय 4 नवंबर तक ही दिया गया है
विभाग ने सभी जिलों को मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है मालूमों की 1 अगस्त से 13 सितंबर तक चली काउंसलिंग में विभिन्न कर्म से 48000 शिक्षकों की काउंसलिंग अधूरी रह गई थी इसमें 3000 से अधिक शिक्षक ऐसे हैं जो काउंसलिंग के लिए उपस्थित ही नहीं हुए थे विभाग के उपनिदेशक शिवनाथ प्रसाद में सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में पत्र जारी किया है साथ ही निर्देश दिया है कि विभाग के इस पत्र के आलोक में आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि नाम व जन्मतिथि लिंग मोबाइल नंबर तथा आधार संख्या का गलत होना आदि मामलों में पदस्थापन वाले जिले के शिक्षक जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देंगे वेतन के आधार पर डीपीओ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे इसके साथ ही शिक्षकों द्वारा दिए गए सभी प्रमाण पत्र की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे
शिक्षकों द्वारा पूर्व में अंकित नाम आधार संख्या आदि भी यथावत रहेगा उसमें किसी प्रकार की ओवरराइटिंग नहीं की जाएगी ऐसे शिक्षकों की संख्या लगभग 10000 के करीब है
संदिग्ध प्रमाण पत्र वालों को फिर से शिक्षा विभाग ने दिया समय
विभाग में जारी आदेश में यह भी कहा है कि जिनके प्रमाण पत्र संदीप पाए गए हैं उन्हें सही प्रमाण पत्र बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर अपलोड करने का 9 नवंबर तक का समय दिया गया है शिक्षा का अपना लॉगिन आईडी और पासवर्ड के माध्यम से सही प्रमाण पत्र अपलोड कर सकते हैं राज्य में ऐसे शिक्षकों की संख्या लगभग 23000 है इसको लेकर विभाग में यह भी स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षकों द्वारा पहले अपलोड प्रमाण पत्र भी वेबसाइट पर यथावत रहेंगे ताकि बाद में जरूर के अनुसार दोनों प्रमाण पत्रों की जांच विभाग द्वारा की जा सके राज्य में 9000 से अधिक ऐसे शिक्षक हैं जो किसी ने किसी प्रमाण पत्र की मूल प्रति की प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं
क्षमता परीक्षा होती तीन शिक्षकों की संख्या 1.87 लाख है
साक्षरता परीक्षा उतार शिक्षकों की संख्या 187 हजार है इसमें 48000 को छोड़कर अन्य की काउंसलिंग पूरी कर ली गई है काउंसलिंग पूरी होने के बाद इन शिक्षकों को नए स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा