बिना सूचना गायब 16 शिक्षक, सेवा समाप्ति की तैयारी में शिक्षा विभाग
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के माध्यम से नियुक्त किए गए 16 शिक्षक बिना किसी सूचना के गायब पाए गए हैं। इस लापरवाही के चलते शिक्षा विभाग ने इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है, जिसमें सेवा समाप्ति भी शामिल है।
यह कदम पहले की तरह, कहलगांव प्रखंड की शिक्षिका नीलू सिंह के मामले में भी लिया गया था, जिन्हें लंबे समय से गैरहाजिर रहने पर बर्खास्त कर दिया गया था।
शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, इन 16 शिक्षकों में से 10 शिक्षक पहली बार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर नियुक्त हुए थे, जबकि 6 ने दूसरी बार में सफलता हासिल की थी। ये शिक्षक बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित हैं, जिसके कारण इनका वेतन रोक दिया गया है। इनकी तैनाती नवगछिया, कहलगांव, पीरपैंती, शाहकुंड, गोपालपुर, बिहपुर और सुल्तानगंज जैसे विभिन्न प्रखंडों में की गई थी।
भागलपुर जिला शिक्षा विभाग ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी प्रखंडों से अनुपस्थित शिक्षकों की सूची मांगी है। यह आशंका जताई जा रही है कि गायब शिक्षकों की संख्या और बढ़ सकती है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऐसे शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
इससे पहले कहलगांव प्रखंड के बुद्धूचक स्थित हाई स्कूल में नियुक्त शिक्षिका नीलू सिंह भी बिना किसी सूचना के लंबे समय से गायब थीं। प्रधानाध्यापक मोहम्मद सदाकत हुसैन के अनुसार, नियुक्ति के बाद केवल दो-तीन दिन तक स्कूल आने के बाद नीलू सिंह अचानक गायब हो गईं। शिक्षा विभाग ने उनकी सेवा समाप्त कर दी और यह रिपोर्ट संबंधित विभाग को भेज दी गई है।
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शिक्षक बनने के बाद किसी और स्थान पर नौकरी करने के लिए पहले त्यागपत्र देना और नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) प्राप्त करना आवश्यक है। जिन शिक्षकों ने दूसरी जगह से NOC जमा करवा दिया है, केवल उन्हें ही दूसरी नौकरी की अनुमति दी गई है। इस नियम का उल्लंघन करने वाले शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग सख्त कार्रवाई करने को तैयार है।