सच बात है की मौत किसी भी घड़ी आ सकती है, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है, आज फिर से एक और मास्टर साहेब की सड़क दुर्घटना मे मौत हो गईं
जाको राखो साईया मार सके न कोए ! मास्टर साहब की मौत ने यह साबित कर दिया, कहानी सुन रौंगटे खड़े हो जाएंगे
मौत कब आएगी यह कहा नहीं जा सकता है। कुछ ऐसी ही घटना बिहार के एक उत्क्रमित विद्यालय के शिक्षक के साथ हुआ है। शिक्षक गाड़ी में बैठे हुए थे। जबकि उनके साथ मौजूद लोग ढाबे में नाश्ता करने के लिए उतरे थे।
इसी दौरान एक तेज रफ्तार वाहन ने शिक्षक की गाड़ी में टक्कर मार दी। जिसमें उनकी मौत हो गई। मृत शिक्षक की पहचान रोहतास के संझौली थाना क्षेत्र के चवरियां गांव के नन्हे पासवान के बेटे धर्मेंद्र पासवान (46) के रूप में हुई है। मृत शिक्षक उत्कर्मित विद्यालय चरपुरवा में प्रभारी थे। जहां सोमवार को शोकसभा का आयोजन किया गया।
बताया गया कि धर्मेंद्र पासवान राजपुर के अपने सहपाठियों के साथ गाड़ी से विंध्याचल जा रहे थे। इसी बीच रविवार रात सभी लोग रास्ते में एक होटल पर नाश्ता करने रुके। सभी लोग गाड़ी से उतरे लेकिन धर्मेद्र गाड़ी में बैठे थे। इसी दौरान सामने से आ रही तेज रफ्तार गाड़ी ने उनकी खड़ी गाड़ी में जबरदस्त टक्कर मार दी।
जिससे उनकी गाड़ी आगे खड़ी एक ट्रक से टकरा गई। जिसमें शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद घायल शिक्षक को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गई। परिजनों के अनुसार वाराणसी में ही उनका पोस्टमार्टम कराया गया है।
संझौली पंचायत के पूर्व बीडीसी रविंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक शोकसभा का आयोजन कर मृत शिक्षक को श्रद्धांजलि दी गई। बीआरसी में भी शोकसभा आयोजित की गई। बीईओ अफरोज आलम, बीआरसी के डाटा ऑपरेटर नंदन कुमार मिश्रा, शिक्षक जितेंद्र पासवान सहित अन्य कई शिक्षको ने शोक व्यक्त किया है।