प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीईओ ने लिखा पत्र

प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीईओ ने लिखा पत्र

 

प्रखंड शिक्षा अधिकारी सिराथू डॉ. प्रज्ञा सिंह ने शुक्रवार को बीआरसी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गड़रियन का पूरा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा तीन शिक्षकों में दो शिक्षक अवकाश पर हैं।

प्रधानाध्यापक लापरवाही उजागर होने पर उन्होंने बीएसए को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि विद्यालय में पंजीकृत 35 छात्रों की संख्या मे महज चार छात्र मौजूद हैं। प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र द्विवेदी द्वारा विद्यालय के पठन-पाठन, स्वच्छता एवं व्यवस्था में घोर लापरवाही बरती गई है। उन्होने बताया कि गडरियन का पूरा प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र द्विवेदी द्वारा अपने कर्तव्य और दायित्व को भूलकर गैर जिम्मेदारी दिखाते हुए काफी लापरवाही बरती है। प्रधानाध्यापक ने विद्यालय के शैक्षिक माहौल को पूर्ण रूप से दूषित कर दिया है। शौचालय, यूरिनल गंदे हैं तो किचन में सारा सामान बिखरा व गंदा पड़ा हुआ है। विद्यालय के 35 बच्चे की अभी तक ना तो अपार आईडी बन पाई ना ही उस क्रम में कोई प्रयास किया गया। बीईओ ने ज़ब ग्रामीणों से वार्ता की तो उन्होंने बताया कि विद्यालय में टीचर पढ़ाते नहीं है जिस कारण हम लोगों ने अपने बच्चों का नाम कटवाकर दूसरे स्कूल में लिखवा दिया है। बीईओ ने यह भी बताया कि एक हफ्ते पहले प्रधानाध्यापक को व्यक्तिगत रूप से कार्यालय बुलाकर उन्हें निर्देशित किया गया था कि एक हफ्ते का समय दिया जाता है। विद्यालय मे मात्र 35 छात्र है और तीन टीचर है।

एक हफ्ते बाद भी विद्यालय के निरीक्षण में कोई सुधार नहीं पाया गया। इससे यह प्रतीत होता है कि प्रधानाध्यापक के रहते इस विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता किसी भी कीमत पर सुधर नहीं सकती। बीईओ ने बीएसए को रिपोर्ट भेजकर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यहां के अलावा खंड शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय कोखराज एवं प्राथमिक विद्यालय महमदपुर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के शिक्षिकों को स्वच्छता एवं शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने का निर्देश दिया।

कबाड़ बिन रहे गरीब बच्चों को बीईओ ने पढ़ाई के लिए किया जागरूक

प्राथमिक विद्यालय गड़रियन का पूरा के निरीक्षण के दौरान बीईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने स्कूल के पास गरीब बच्चों को कबाड़ बिनते देखा तो उनके पास गईं। उनका हाल-चाल जाना और बच्चों से पूछा कि आप लोग पढ़ाई क्यों नहीं करते, कबाड़ क्यों बिन रहे हैं। इस पर बच्चों ने बताया कि हमारा गांव मंगरोहनी है। विद्यालय में टीचर पढ़ाते नहीं और बहुत मारते हैं। इसलिए हम लोग पढ़ने नहीं जाते। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने उन्हें प्यार से समझाते हुए कहा कि आपको कोई नहीं मरेगा कल से आप लोग विद्यालय जाइये और पढ़िए। सभी को ड्रेस, बैग, जूते मोज़े सब निशुल्क मिलेगा और दोपहर का अच्छा स्वादिष्ट भोजन भी स्कूल में मिलेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *