सक्षमता पास 1,87,818 शिक्षकों में 62,928 ने प्रान के लिए नहीं किया आवेदन
सूबे के सक्षमता पास 1,87,818 शिक्षकों में 62,928 ने प्रान बनाने को लेकर अबतक आवेदन नहीं किया है। प्रान (परमानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नंबर) ने हजारों शिक्षकों का वेतन लटकाया है।
एक तरफ जहां आवेदन के बाद भी प्रान बनने की गति काफी धीमी है वहीं हजारों शिक्षकों ने आवेदन भी नहीं किया है।
मामला सक्षमता परीक्षा एक पास शिक्षकों का है। सूबे में सक्षमता परीक्षा एक में 1,87,818 शिक्षक पास हुए थे। इनमें तकनीकी योगदान 1,72,165 का ही हुआ। इसमें भी अबतक महज 305 शिक्षकों के पास ही प्रान है। सूबे के इन विशिष्ट शिक्षकों का प्रान नहीं बनने तक वेतन लटका रहेगा। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार सूबे में 14,582 का प्रान विभाग के स्तर पर जेनरेट हो चुका है।
सूबे में 35 हजार से अधिक शिक्षकों का प्रान स्वीकृत
सभी जिलों में शिक्षकों के आवेदन से लेकर अधिकारियों के स्तर पर सत्यापित संख्या को जारी किया गया है। सूबे में सभी जिलों में डीईओ के स्तर पर 35,937 शिक्षकों के प्रान बनने को स्वीकृत किया जा चुका है। मुजफ्फरपुर में पहली सक्षमता परीक्षा में 7862 शिक्षकों ने पास किया। इनमें 7382 ने तकनीकी योगदान किया। 1187 को डीईओ के स्तर पर स्वीकृत किया जा चुका है। इनमें 612 का प्रान जेनरेट हो चुका है। जिले में 999 ने अबतक आवेदन नहीं किया है।