के के पाठक का नया फरमान , अब रविवार व छुट्टी के दिन भी खुलेंगे सरकारी स्कूल , क्या है ACS के के पाठक का नया प्लान
लोकसभा चुनाव चुनाव करीब आ गया है। इसमें अब कुछ दिन ही बचे हैं। इस बीच बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का नया फरमान सामने आया है। उन्होंने स्कूलों को रविवार और छुट्टी के दिनों में भी खोलने का निर्देश दिया।
आप सोच रहेंगे कि इसका लोकसभा चुनावों से क्या ताल्लुक है? हम आपको बताते हैं कि केके पाठक का यह फरमान चुनाव को लेकर ही है। उन्होंने शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों और स्कूलों के हेडमास्टर को यह टास्क दिया है।
बिहार के सरकारी स्कूल अब रविवार और छुट्टी के दिनों में भी खुले रहेंगे शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के के पाठक ने इसके लिए सभी जिलाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है और छुट्टी के दिनों में स्कूल खुले रखने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इन दिनों में छात्र-छात्राओं को स्कूल नहीं आना पड़ेगा बल्कि लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर स्कूलों में मरम्मती और आवश्यक किए जाएंगे। एसीए ने निर्देश दिया है कि स्कूलों के उपस्कर, लैब, रखरखाव और भवन मरम्मति के लिए लगभग 15 सौ करोड़ की राशि को खर्च करना है। इससे चुनाव में सहूलियत होगी और राशि लौटकर जाने का मामला भी नहीं बनेगा। राशि से भवनों के मरम्मत के साथ-साथ स्कूलों में बैंच डेस्क और अन्य सामानों की खरीदारी भी होगी।
पाठक ने कहा है कि छात्रों की पढ़ाई डिस्टर्ब नहीं हो इसके लिए छुट्टी के दिनों में विद्यालय का काम कराया जाए। दरअसल चुनाव से पहले मतदान केंद्र के तौर पर सभी स्कूलों के भवन और वहां बिजली, शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करना है। यह काम समय पर पूरे हो जाएं इसके लिए केके पाठक का नया आदेश आया है। इस फरमान से छात्रों को कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन जो शिक्षक प्रबंधन से जुड़े हैं या हेड मास्टर है उन्हें स्कूल आना होगा। निर्देश दिया गया है कि विद्यालय की मरम्मती और सामान खरीद से संबंधित राशि 31 मार्च तक खर्च कर लिए जाएं। आदेश में कहा गया है कि दी गई अवधि में स्कूलों के उपष्कर और लैब के सारे सामान दुरुस्त कर लिए जाएं। स्कूलों को लोकसभा चुनाव को लेकर करीब 6 सौ करोड़ की राशि दी गई है वहीं बेंच डेस्क और लैब के लिए करीब 9 सौ करोड़ रुपए दिए गये हैं।