के के पाठक के सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव को लेकर शिक्षकों द्वारा के के पाठक का विरोध की खबर सोसल मीडिया में ट्रेंड होने पर भड़के के के पाठक , अभी अभी स्कूलों के निरीक्षण में और अधिक सख्ती करने का अधिकारियीं को दिया आदेश
राज्य के सरकारी विद्यालयों के संचालन अवधि में बदलाव के साथ निरीक्षण अभियान में भी सख्ती बढ़ा दी गई है। निरीक्षी अधिकारियों द्वारा सुबह छह बजे से ही विद्यालयों में निरीक्षण किया जा रहा है।
के के पाठक के खिलाफ शिक्षकों के विरोध का खबर सोसल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है । विद्यालयों के समय में परिवर्तन करने के कारण के के पाठक का विरोध करने की खबर सोसल मीडिया में आग की तरह फैल गई है ।
इस खबर को देखने के बाद के के पाठक का पारा सातवे आसमान पर पहुंच गया । पाठक साहब ने तुरतं माध्यमिक शिक्षा निदेशक को आदेश दिया कि विभाग के सभी अधिकारियों को आदेशित करे कि स्कूलों के निरीक्षण में और अधिक सख्ती बरती जाए साथ ही उन्होंने कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 90 प्रतिशत से कम नही होनी चाहिए । यदि उपस्थिति कम हुई तो विद्यालयों के HM सहित शिक्षकों के वेतन तुरन्त काटने का आदेश दिया जाय ।
इस क्रम में विभिन्न विद्यालयों में गैरहाजिर पाए गये 532 शिक्षकों के वेतन काटने का आदेश दिया गया है। ये सभी शिक्षक विशेष कक्षाओं से गायब पाये गये थे। उसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग के माॅनीटरिंग सेल ने पोर्टल पर जारी की है। संबंधित शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा गया है।
शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की भी जांच करने का निर्देश निरीक्षी अधिकारियों को दिया है।
वहीं विभाग ने प्रधानाध्यापकों को आदेश दिया है कि कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 90 प्रतिशत तक सुनिश्चित करें।
साथ ही विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति बनाए रखने को कहा है। विभाग ने यह निर्देश गायब पाये जा रहे शिक्षकों की वजह से दिया है। शिक्षकों की उपस्थिति रिपोर्ट प्रत्येक दिन शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराने का कहा गया है।