जिलाधिकारी ने 5 BEO के एक दिन का वेतन काटने का आदेश किया जारी
डीएम अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की गई. जिसमें डीएम ने बैठक से अनुपस्थित रहिका, बासोपट्टी, कलुआही, मधेपुर व जयनगर के बीईओ का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया.
उन्होंने कस्तुरबा विद्यालयों की समीक्षा के क्रम में मधेपुर, खजौली व बाबूबरही के कस्तूरबा विद्यालय में नामांकन के विरुद्ध छात्राओं की कम उपस्थिति पर नाराजगी जताई. कहा कि विद्यालयों में नामांकन के विरुद्ध शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें. शिक्षा कोष पर शिक्षकों की उपस्थिति के समीक्षा के क्रम में जयनगर,मधेपुर,घोघरडीहा का प्रदर्शन निम्न पाया गया.
उन्होंने अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया. पोर्टल पर बच्चों की इंट्री की समीक्षा में लखनौर का प्रदर्शन सबसे निम्न पाया गया. निर्देश दिया कि स्कूलों में शतप्रतिशत छात्रों एवं शिक्षकों की उपस्थिति के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर फोकस करें. बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हम सभी का दायित्व है. डीएम ने निर्देश दिया कि सभी बीईओ निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत विद्यालय का निरीक्षण कर हर सप्ताह निरीक्षण रिपोर्ट ई शिक्षा कोष एप पर अपलोड करे. डीएम ने कहा कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शौचालय की स्थिति, पोशाक/ छात्रवृति, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, पठन-पाठन की गुणवत्ता सहित सभी मामलों का अनुश्रवण किया जाए.
उन्होंने स्पष्ट किया कि अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित शिक्षक से स्पष्टीकरण पूछते हुए उनका उक्त दिवस का वेतन रोका जाए. कहा कि आवंटन उपलब्ध रहने की स्थिति में
शिक्षकों, टोला सेवक के वेतन/मानदेय भुगतान हर हाल में ससमय करे और भुगतान संबधित रिपोर्ट प्रतिमाह उपलब्ध करवाना सुनिशित करे.
उन्होंने जिले में ऐसे सभी विद्यालयों जिसके भवन जर्जर हैं और उनमें पठन-पाठन से बच्चों के हित का नुकसान हो रहा है,ऐसे विद्यालयों की सूची शीघ्र उपलब्ध करवाने को कहा ताकि अग्रतर कार्रवाई की जा सके. डीएम द्वारा स्टूडेंट एनरोलमेंट मॉड्यूल,असैनिक कार्यो की प्रगति , स्कूलों में विद्युतीकरण, माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में निर्माण, जल जीवन हरियाली, सीडब्ल्यूजेसी/ एमजेसी के मामले आदि अन्य विषयों की समीक्षा भी की गई.
बैठक में डीपीआरओ परिमल कुमार, डीईओ जावेद आलम व सभी डीपीओ सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी थे.