929 स्कूलों के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई तय

929 स्कूलों के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई तय

जिले के 929 प्रारंभिक विद्यालयों के हेडमास्टरों पर कार्रवाई होगी। डीइओ ने हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण पूछा है। स्पष्टीकरण का जवाब मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई होगी। इनमें 358 स्कूलों के हेडमास्टर द्वारा आईएफए की गोली नहीं खिलाने का आरोप है।

वहीं 571 स्कूलों के हेडमास्टर द्वारा ई शिक्षा कोष पर एमडीएम में उपस्थित छात्रों का आंकड़ा नहीं देने का आरोप है। जिला मध्याह्न भोजन योजना समिति के डीपीएम उज्ज्वल कुमार ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को आईएफए(आयरन फोलिक एसिड) की गोली सभी स्कूली बच्चों को खिलाया जाना है। गोली खिलाए जाने के बाद नोटपेड से तस्वीर लेकर विभाग द्वारा जारी व्हाट्सएप पर भेजना है लेकिन 371 स्कूलों के हेडमास्टर ने विभाग के नंबर फोटो अपलोड नहीं किया है। जिसके उक्त हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण पूछा गया है। स्पष्टीकरण का जवाब मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई शुरु होगी।

इसी तरह सभी स्कूलों के एमडीएम से संबंधित छात्रों का डाटा ई शिक्षा कोष पर अपलोड करना है। जिले के 571 स्कूल के हेडमास्टर द्वारा डाटा अपलोड नहीं किया गया है

जिसके बाद उनसे भी स्पष्टीकरण पूछा गया। स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनपर भी विभागीय कार्रवाई शुरु की जाएगी। डीपीएम ने बताया कि ई शिक्षा कोष पर आईवीआरएस की तरह छात्रों की उपस्थिति की जानकारी देनी है। जानकारी नहीं देने पर कार्रवाई होगी।

स्कूलों के समय में हुआ बदलाव: जिले के स्कूलों के समय में एक दिसंबर से बदलाव होगा। विभाग द्वारा इस संबंध में पत्र सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेज दिया गया है। पत्र में विद्यालय का समय 9.30 बजे से 4 बजे तक निर्धारित किया गया है। डीइओ ने बताया कि पत्र मिला है। विभागीय निर्देश के आलोक में विद्यालय का समय सारणी एक दिसंबर से बदल जाएगा।

विशेष समस्या से ग्रसित शिक्षक स्थानांतरण हेतु कर सकते आवेदन: ई शिक्षा कोष पर स्थानांतरण हेतु किए गए आवेदन को रद्द कर दिया गया है। अब एक दिसंबर से विशेष समस्या से ग्रसित शिक्षक स्थानांतरण हेतु आवेदन कर सकते हैं। डीइओ ने बताया कि इस संबंध में पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र के आलोक में कार्रवाई होगी।

एक प्रधानाद्यापक को निलंबन मुक्त किया गया: नीलकंठ बालिक मध्य विद्यालय चैनपुर कहरा के प्रधानाध्यापक राजीव रंजन को निलंबन मुक्त किया गया है। वर्तमान में वे निलंबन के दौरान बीआरसी नवहट्टा में थे। उनपर विद्यालय के मुख्य द्वार पर अपना नाम लिखवाने का आरोप था। जांच के दौरान यह बाते सामने आई कि उनके द्वारा नाम नहीं लिखाया गया था। मिस्त्री की गलती के कारण उनका नाम विद्यालय के मुख्य द्वार पर लिख दिया गया है। डीइओ अनिल कुमार ने बताया कि जांच के बाद उन्हें निलंबन व विभागीय कार्रवाई से मुक्त कर दिया गया है। पूर्व के जगह पर उनका योगदान होगा।

कोट: आईएफए की गोली नहीं खिलाने वाले और ई शिक्षा कोष पर छात्रों की उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण पूछा गया है। हेडमास्टरों के जवाब के बाद विभागीय कार्रवाई शुरु होगी। -अनिल कुमार, डीइओ

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