बीपीएससी से अनुशंसित हेडमास्टर की काउंसलिंग (BPSC Headmaster Counselling) में दस साल का सैलरी स्टेटमेंट देना अनिवार्य, ACS ने जारी किया पत्र
बीपीएससी से अनुशंसित हेडमास्टर की काउंसलिंग (BPSC Headmaster Counselling) में दस साल का सैलरी स्टेटमेंट देना अनिवार्य, शिक्षा विभाग ने जारी किया पत्र, अन्यथा रिजेक्ट हो जाएगा रिजल्ट,
बीपीएससी से अनुशंसित हेडमास्टर की काउंसलिंग (BPSC Headmaster Counselling) में दस साल का सैलरी स्टेटमेंट देना होगा। इसके बिना आगे काउंसलिंग की कार्रवाई नहीं होगी।
वहीं, प्रमंडल मुख्यालय के डीआरसीसी सिंकदपुर में 20 से काउंसलिंग होगी।
मुजफ्फरपुर के अलावा सीतामढ़ी, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण व शिवहर जिले के करीब 900 से अधिक शिक्षकों का हेडमास्टर के लिए दो दिनों तक काउंसलिंग होना है। क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने डीआरसीसी में चल रही काउंसलिंग की टीम में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करने का आदेश दिया है।
इसके अलावा, आरडीडीई ऑफिस के डीपीओ को सभी प्रमाण पत्रों पर हस्ताक्षर करने का आदेश दिया है। कांउसलिंग को लेकर स्लॉट का निर्धारण विभाग के स्तर पर किया जाएगा। इसकी सूचना शिक्षकों के मोबाइल पर मिलेगी।
अनुभव का सत्यापन सैलरी स्टेटमेंट से होगा:
मंगलवार को वीसी के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारियों को गाइडलाइंस की जानकारी दी गई। जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया कि निजी स्कूल के शिक्षकों की कागजात की जांच सही तरीके से होनी चाहिए। हेडमास्टर के लिए दस साल का अनुभव आवश्यक है। अनुभव का सत्याापन सैलरी स्टेटमेंट से होगा।
काउंसलिंग के दौरान निजी स्कूल के शिक्षक दस साल की सैलरी स्टेटमेंट देंगे, इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। अबकी बार काउंटर की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि पूरे प्रमंडल की काउंसलिंग होनी है। प्रधान शिक्षक की तुलना में हेडमास्टर की काउंसलिंग में प्रमाण पत्रों की संख्या अधिक है।
क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के आदेशानुसार, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने काउंटर की तैयारी व कर्मचारियों की सूची भेज दी है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने इसको लेकर निर्देश जारी किया है। आयोग की ओर से अनुशंसित अभ्यर्थियों का जिला आवंटित किया जा रहा है। इसकी जानकारी अभ्यर्थियों को दी जाएगी।