सरकारी स्कूलों मे पाठ्यक्रम बदला, साल बदला, पुस्तक बदली, विद्यालय प्रबंधन बदली लेकिन स्कूलों की गड़बड़ियाँ मे कोई भी बदलाव नहीं हुआ, इस जिले मे फिर से मिली कई गड़बड़ियाँ, विभाग हुआ शख्त
स्कूलों में बिहार टेस्ट बुक की किताबें अलग-अलग प्रकाशकों से छपवाकर भेजी गई हैं। सभी किताबों में बैक कवर पर छपे राष्ट्रगान में कई गलतियां हैं। इसमें सिंध की जगह सिंधु, तव की जगह तब जैसी त्रुटियां हैं। शिक्षक दीपक कुमार ने बताया कि तव शुभ नामे जागे की बजाय तब शुभ छपा है। इसी तरह तव शुभ आशिष मांगे में भी तव की जगह तब छापा गया है।
गणित से लेकर बच्चों की भेजी गई डायरी तक में यही त्रुटियां हैं। इसके साथ ही विभिन्न विषयों में भी कई तरह की अशुद्धियां मिली हैं। पिछली डायरी में जो अशुद्धि थीं, इसबार भी मौजूद शिक्षक गोपाल फलक आदि ने बताया कि नए सत्र की डायरी में प्रकाशित राष्ट्रगान में त्रुटियां वहीं हैं, जो पिछले साल थीं। वर्ष 2024-25 में दी गई डायरी में भी सिंधु समेत अन्य अशुद्धियां थीं।
सत्र 2025-26 के लिए मिली डायरी में भी यही अशुद्धियां हैं। शिक्षकों ने बताया कि 9वीं-10वीं के लिए बच्चों ने बाजार से जो किताबें ली हैं, उनमें ये गलतियां नहीं हैं। कक्षा एक से आठवीं के लिए बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से उपलब्ध कराई गई किताबों में गलतियां हैं।
गलत अनुवाद के कारण कई विषयों में अजब-गजब शब्द शिक्षकों ने कहा कि गलत अनुवाद के कारण विज्ञान समेत कई विषयों की पुस्तकों में अजब-गजब शब्द मिल रहे हैं। विज्ञान में लार ग्रंथि को लाला ग्रंथि लिखा हुआ है।
बच्चे पहले छोटी आंत और बड़ी आंत लिखा हुआ पढ़ते थे, पर इस बार इसे क्षुद्रांश आदि कर दिया गया है। इसी तरह, गणित में सरलबंध आकृति लिखा होता था। अब इसकी जगह सिम्पल कर्व का अनुवाद साधारण वक्र हो गया है। डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि किताबों में छपे राष्ट्रगान में त्रुटि को लेकर विभाग को सूचित किया जा रहा है।