BPSC शिक्षक बनते ही दहेज की मांग हुई कई गुना, शिकायत मिलने पर DEO ने ऐसे BPSC शिक्षकों के खिलाफ टीम बनाकर जाँच की शुरू, मामला सही साबित होने पर सेवा से होंगे बर्खास्त
इन मामलों में आरोप है कि शिक्षक बनने के बाद कुछ युवकों ने सरकारी नौकरी और 50,000 रुपये से अधिक के वेतन का हवाला देकर दहेज की मांग कई गुना बढ़ा दी है, जिसके कारण शादियां टूटने की कगार पर हैं। जिसके बाद दरभंगा DEO ने एक ऐसे मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
मुजफ्फरपुर में 21 मई 2025 को एक पीड़ित वधु पक्ष जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। परिवार ने बताया है कि शादी तय होने के समय लड़का निजी कंपनी में काम करता था, और सहमति के आधार पर सभी शर्तें पूरी की गई थीं। लेकिन लड़के के BPSC परीक्षा पास कर शिक्षक बनने के बाद उसकी तरफ से मनमानी शुरू कर दी गई है। चार महीने तक आश्वासन देने के बाद वर पक्ष ने दहेज की मांग बढ़ा दी है, और असमर्थता जताने पर शादी से इनकार कर दिया। इससे वधु पक्ष की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
अधिकारियों ने लिखित शिकायत लेने के बाद संबंधित शिक्षक को बुलाकर समझाने का आश्वासन दिया। दूसरी तरफ दरभंगा में भी एक समान मामला सामने आया है, जहां वधु पक्ष ने DEO को शिकायत दी कि लड़के ने प्राइवेट नौकरी के समय तय शर्तों को शिक्षक बनने के बाद बदल दिया है। शिकायत में स्कूल का नाम और शिक्षक की पहचान उजागर करते हुए कार्रवाई की मांग की गई।
परिवार ने बताया कि सरकारी नौकरी और उच्च वेतन मिलने के बाद वर पक्ष की मांगें “मनमानी” हो गईं हैं। इससे पहले 2024 में भी BPSC शिक्षकों की शादी के लिए दहेज की मांग में 40% तक की वृद्धि दर्ज की गई थी। शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने स्वीकार किया है कि नए शिक्षकों के खिलाफ ऐसी शिकायतें बढ़ रही हैं, और जांच शुरू की जा रही है। आने वाले समय में ऐसे लोभी शिक्षकों के खिलाफ DEO द्वारा कार्रवाई करने की भी बात कही जा रही।