शिक्षा विभाग ने अपने अधिकारियीं को दी नई जिम्मेदारी , हर हाल में करना होगा ये काम , सप्ताह में एक दिन जिला से प्रखंड स्तर के अधिकारी शिक्षकों की सुनेंगे समस्या व करेंगे उनका समाधान

शिक्षा विभाग ने अपने अधिकारियीं को दी नई जिम्मेदारी , हर हाल में करना होगा ये काम , सप्ताह में एक दिन जिला से प्रखंड स्तर के अधिकारी शिक्षकों की सुनेंगे समस्या व करेंगे उनका समाधान

 

विभाग में कार्य के सरल एवं सुचारू रूप से निष्पादन हेतु जिला एवं प्रखंड स्तर पर पदाधिकारियों द्वारा परिवादों की सुनवाई की जाएगी। अधिकारी कार्य अवधि के दिन सप्ताह में एक दिन जनता दरबार लगाएंगे।

जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की उपस्थिति में बुधवार को अपराह्न 4 से 5 बजे तक परिवादों को सुनने हेतु समय निर्धारित किया गया है। जबकि, प्रखंड स्तर पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा प्रत्येक मंगलवार को अपराह्न 4 से 5 बजे तक परिवाद सुना जाएगा।

उक्त सुनवाई संबंधित पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष अथवा उनके स्तर से निर्धारित स्थल पर किया जाएगा। परिवाद को सूचीबद्ध करने हेतु पंजी का संधारण किया जाएगा। इसमें परिवादी का नाम व पता, परिवाद का संक्षिप्त विवरण, परिवादी का हस्ताक्षर, निवारण हेतु की गई कार्रवाई के साथ ही प्राधिकृत पदाधिकारी या कर्मी का हस्ताक्षर किया जाएगा।

परिवाद को पंजी में संधारण के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के लिपिक गणेश कुमार मंडल को अधिकृत किया गया है। यह आदेश 18 से 30 जून तक भी प्रभावी रहेगा।

शिकायतों का नियत समय पर होगा निपटारा

जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अपने कार्यालय कक्षों तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि शिक्षकों व छात्रों के साथ ही अभिभावकों की शिकायतों को प्रमुखता के तौर पर नियत समय में निपटारा किया जाएगा।

बीआरसी स्तर पर निपटाने योग्य मामलों को हर हाल में बीईओ को निपटारा करना होगा। बेवजह, जिला शिक्षा कार्यालय भेजने वाले संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। बीईओ वैसे मामले को ही डीइओ कार्यालय भेज सकेंगे, जिन मामले का समाधान बीआरसी स्तर पर संभव नहीं है।

बेझिझक छात्र कर सकेंगे शिकायत

डीईओ ने बताया कि छात्रों की समस्या का आन स्पाट निपटारा कराने का प्रयास किया जाएगा। छात्रों की मुख्य समस्या विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र मिलने, नामांकन कराने में अधिक राशि लेने, कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने, एमडीएम में मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिलने सहित अन्य तरह की समस्याएं सामने आती रहती हैं। डीईओ ने कहा कि छात्र बेझिझक होकर शिकायत करें, ताकि तत्काल समस्या का समाधान किया जा सके।

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