BPSC पास प्रधान शिक्षक व हेडमास्टर की नियुक्ति से पहले ही बढ़ गईं वेतन, 40 हजार व 45 मिलेगा मूल वेतन, पहला वेतन UPS कट कर 70 हजार और 75 हजार रू मिलेगा
BPSC प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक की बेसिक सैलरी 40 व 45 हजार होंगी, फ़ाइल पहुंची वित्त विभाग, वित्त विभाग से मंजूरी मिलते ही लागु हों जाएगी 40 हजार व 45 हजार मूल वेतन वाला सैलरी
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा हाल ही में प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक के पद के लिए रिजल्ट घोषित किए गए हैं. हालांकि, पास हुए अभ्यर्थियों को अभी तक जिला आवंटन नहीं हुआ है, लेकिन एक सवाल जो सभी के मन में उठ रहा है, वह यह है कि उन्हें कितना वेतन मिलेगा?
इस लेख में हम आपको इन पदों के लिए मिलने वाले वेतन के बारे में विस्तार से बताएंगे.
प्रधान शिक्षक की सैलरी
बिहार में प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षक को शुरूआत में करीब 45,000 रुपये सैलरी मिलेगी. हालांकि, यह बेसिक सैलरी नहीं है. इनकी पूरी सैलरी 55,000 रुपये से ज्यादा हो सकती है. इस वेतन में डीए (Dearness Allowance), एचआरए (House Rent Allowance), मेडिकल अलाउंस और अन्य भत्ते शामिल होते हैं. उदाहरण के तौर पर, एक प्रधान शिक्षक की बेसिक सैलरी 30,500 रुपये है, जिस पर डीए 16,165 रुपये, एचआरए 1,525 रुपये और मेडिकल अलाउंस 1,000 रुपये जोड़े जाते हैं. कुल मिलाकर, उनकी ग्रॉस सैलरी 49,190 रुपये होती है, लेकिन एनपीएस (National Pension Scheme) की कटौती के बाद उन्हें 44,523 रुपये तक की सैलरी अकाउंट में मिलती है.
प्रधानाध्यापक की सैलरी
वहीं, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक की सैलरी कुछ ज्यादा होती है. इनकी बेसिक सैलरी 35,000 रुपये है, इसके साथ डीए 18,550 रुपये, एचआरए 1,750 रुपये और मेडिकल 1,000 रुपये जोड़ा जाता है. इस तरह से कुल मिलाकर, प्रधानाध्यापक की ग्रॉस सैलरी 56,300 रुपये होती है. एनपीएस कटौती के बाद उनके अकाउंट में क्रेडिट होने वाली सैलरी 50,915 रुपये तक हो सकती है.
प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक के बेसिक सैलरी बढ़ोतरी की फाइल वित्त विभाग भेज दि गईं है, सक्षमता से विशिष्ट शिक्षक बनने पर शिक्षकों का बेसिक सैलरी 31500 रू हों जाएगा जोकि प्रधान शिक्षकों से 1 हजार रू अधिक हों जाता है इसलिए विभाग ने प्रस्ताव पर सहमति जताई और प्रधान शिक्षकों का मूल वेतन 40 हजार रूपये करने का सहमति जता दि
वित्त विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद इसे मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलना और केबिनेट से पारित कर 40 मूल वेतन लागु कर दिया जाएगा ये सभी कार्य नियुक्ति पत्र मिलने से पहले कर लिया जाएगा
BPSC शिक्षक परीक्षा में कितने अभ्यर्थी हुए थे सफल?
इस परीक्षा में करीब डेढ़ लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था. 28 और 29 जून को आयोजित इस परीक्षा में कुल 42,918 अभ्यर्थी पास हुए, जिनमें से 36,947 प्रधान शिक्षक और 5,971 प्रधानाध्यापक बने हैं. खास बात यह है कि इस बार केवल 3 एससी और एसटी वर्ग के अभ्यर्थी ही उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक पद पर सफल हो पाए हैं.
सैलरी स्लैब का महत्व
BPSC द्वारा घोषित सैलरी स्लैब के अनुसार, शिक्षक और प्रधानाध्यापक दोनों के लिए यह वेतन पैकेज आकर्षक है. खासकर बिहार जैसे राज्य में यह सैलरी स्तर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक बड़ी उम्मीद बनकर उभर कर आया है. हालांकि, शिक्षक बनने की प्रक्रिया कड़ी और प्रतिस्पर्धात्मक है, लेकिन जब यह पद प्राप्त होता है, तो मिलने वाली सैलरी काफी संतोषजनक होती है.