सक्षमता परीक्षा पास इन 22 जिला के 10 हजार 458 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच फिर से..
बिहार में एक तरफ बीपीएससी द्वारा टीआरई 3.0 परीक्षा को लेकर नई सिरे से नोटिफिकेशन जारी किया। वहीं दूसरी तरफ बिहार बोर्ड द्वारा लिए गए सक्षमता परीक्षा पास हजारों अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन नहीं हो सका है।
जबकि 20 नवंबर को इन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण होना है।
नए आदेश में 22 जिलों ( जिला शिक्षा पदाधिकारी/ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) (मुंगेर, सीतामढ़ी, भोजपुर, अरवल, कैमूर, अररिया, सारण, मधेपुरा, पटना, जहानाबाद, सुपौल, बेगूसराय, सहरसा, जमुई, गया, मुजफ्फरपुर, पुर्णियां, किशनगंज, गोपालगंज, मधुबनी, सीवान एवं बक्सर) में सक्षमता परीक्षा पास 10,458 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फिर से जांच करने के आदेश जारी किए गए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा यह आदेश इन जिलों के डीईओ को दिया गया है।
जारी आदेश में बताया गया कि दो माह पहले सक्षमता परीक्षा पास करनेवाले अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की जांच की थी । इस दौरान बड़ी संख्या ऐसे शिक्षक भी रहे, जिनके नाम, जन्मतिथि और आधार संख्या में कई गलतियां मिली। जिसके कारण इनका सत्यापन नहीं हो पाया।
अब शिक्षा विभाग ने सत्यापन से वंचित रहे अभ्यर्थियों को जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी को नाम, जन्म तिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाईल नं. में परिवर्तन हेतु आवेदन देने, आवेदन के आधार पर संबंधित जिला के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा वांछित संशोधन कर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के वेबसाईट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे।
50 फीसदी का ही हुआ सत्यापन
बीते मंगलवार जब इसकी समीक्षा की गई तो पाया गया कि आधार संशोधन हेतु निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष आपके जिला में अद्यतन 50 प्रतिशत से कम आवेदनों को निष्पादित कर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के वेबसाईट पर अपलोड किया गया है। ऐसे में इस कार्य में जिन पदाधिकारियों को जिम्मेवारी दी गई है, उनके कार्य संस्कृति के प्रति विभाग ने नाराजगी जतायी है।
बता दें कि राज्य में सक्षमता पास एक लाख 40 हजार शिक्षकों, जिनकी काउंसलिंग हो चुकी है, जिनकको 20 नवंबर को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। यह नियुक्ति पत्र सभी जिलों में प्रखंड स्तर पर संबंधित शिक्षकों को मिलेंगे। उस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में दो सौ से अधिक सक्षमता पास शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
संबंधित शिक्षकों को उनके सरकारी कर्मी का दर्जा दिए जाने को लेकर नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इसके पश्चात ये सभी शिक्षक विशिष्ट अध्यापक कहलाएंगे। इस जानकारी से राज्य के सक्षमता पास शिक्षकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।