सक्षमता पास 1.87 लाख शिक्षकों मे मात्र फाइनली रूप से 105 शिक्षक पाए गए फर्जी, इन 105 शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने बुलाया पटना, किस जिला मे कितना और कौन शिक्षक पाए गए फर्जी जानने के लिए पूरी खबर पढ़े
सक्षमता पास 105 शिक्षकों के सर्टिफिकेट निकले फर्जी, इन शिक्षकों की शिक्षा बिभाग की लिस्ट जारी, सभी को इस तारीख को जाना होगा पटना सचिवालय
राजभर के 105 शिक्षकों के सर्टिफिकेट प्रथम नजर में ही फर्जी पाए गए हैं जिनमें से 96 ऐसे शिक्षक हैं जो पहले साक्षमता परीक्षा के काउंसलिंग में ही फर्जी पाए गए थे अब इन सभी शिक्षकों के सत्यापन के लिए शिक्षा विभाग ने पटना सचिवालय 8 में को बुलाया है इस तारीख को हर हाल में इन शिक्षकों को पटना जिला में उपस्थित होना होगा अन्यथा की स्थिति में इन पर एफआईआर दर्ज की जाएगी और ली गई सभी राशि वापस कराई जाएगी
बाकी नौ नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्र दूसरे चरण की काउंसलिंग में फर्जी निकले हैं।
अब इन नियोजित शिक्षकों पर शिक्षा विभाग की जांच का शिकंजा कस गया हैं। विभाग ने संबंधित नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच हेतु माध्यमिक शिक्षा के उप निदेशक अब्दुस सलाम अंसारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है।
इस कमेटी के समक्ष संबंधित नियोजित शिक्षकों को आठ मई को तलब गया किया है। हालांकि, जांच कमेटी की अनुशंसा पर शिक्षकों की नौकरी से बर्खास्तगी होगी।
अब प्रमाण पत्रों का होगा सत्यापन
शिक्षा विभाग के मुताबिक, गठित तीन सदस्यीय जांच समिति द्वारा संबंधित 105 नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जाएगा। प्रमाण पत्रों का सत्यापन आठ मई को पूर्वाह्न साढ़े दस बजे से शाम छह बजे तक शिक्षा विभाग में होगा।
इसके मद्देनजर उस दिन तय समय पर त्रिसदस्यीय समिति के समक्ष संबंधित नियोजित शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया गया है।
सभी संबंधित नियोजित शिक्षक सभी शैक्षणिक-प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों, आधार कार्ड, नियोजन पत्र, दक्षता, एसटीईटी, बीटीईटी, सीटीईटी प्रमाण पत्र एवं सक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड के साथ तलब किए गए हैं।
32 जिलों के विद्यालयों में कार्यरत हैं संबंधित शिक्षक
वर्तमान में ये सभी शिक्षक राज्य के 32 जिलों के सरकारी विद्यालयों में पदस्थापित हैं। इनमें अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज, जमुई, किशनगंज, कैमूर, कटिहार, लखीसराय, मधुबनी, मुंगेर, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, शिवहर, सारण, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान एवं पश्चिम चंपारण शामिल हैं।
विभागीय निर्देश में कहा गया है कि स्थानीय निकाय शिक्षक सक्षमता परीक्षा 2024 (प्रथम) के सफल अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन हेतु सभी जिलों में दो चरणों में काउंसलिंग कराई गई।
जिलों से प्राप्त सूचनानुसार पहले चरण की काउंसलिंग में 96 एवं दूसरे चरण की काउंसलिंग में नौ यानी कुल 105 शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र प्रथम दृष्टया फर्जी पाए गए हैं।