शिक्षा विभाग ने किया गजब, पहले मृत शिक्षक को दी परीक्षा की ड्यूटी फिर अब उसी मृत शिक्षक को दिया प्रोन्नति, बिहार की शिक्षा बिभाग की हो जय
वहीं लिस्ट में गड़बड़ी सामने आने के अब लिस्ट को वापस लेने की बात कही गई है।
पूरा मामला भागलपुर डीईओ ऑफिस से जुड़ा है। जहां प्रमोशन से पूर्व प्रमाण पत्र की जांच के लिए 20 शिक्षकों की लिस्ट जारी की गई। इसमें एक नाम शाहकुंड प्रखंड के मध्य स्कूल शिवशंकरपुर के सहायक शिक्षक मनोज कुमार झा का नाम भी शामिल है।
सूची में शामिल शिक्षकों को स्नातक परीक्षित वेतनमान में पदोन्नति के लिए मूल प्रमाण पत्र, साहित्यालंकार, प्रवेश पत्र, अंकपत्र और विभागीय अनुमति के साथ कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।
परिवार के लोगों ने बताया कि मनोज कुमार झा की मौत 22 मार्च 2024 को पटना में कैंसर के इलाज के दौरान हो गई थी। परिजनों ने विभाग को मौत की सूचना दे दी थी। प्रधानाध्यापक स्मृति कुमारी ने बताया कि मृत्यु प्रमाण पत्र प्रखंड कार्यालय में जमा किया गया था। इस पर बीईओ का हस्ताक्षर भी मौजूद है।
यह पहली बार नहीं है, जब मनोज कुमार झा को शिक्षा विभाग जीवित मान रहा हो। इससे पहले भी मनोज कुमार झा का नाम परीक्षा ड्यूटी में शामिल किया गया था।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी देवनारायण पंडित ने कहा कि यह सूची केवल प्रमाण पत्र जांच के लिए जारी की गई है। अभी किसी को पदोन्नति नहीं दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मृत शिक्षक का नाम लिस्ट से हटा दिया जाएगा।
यह पहला मामला नहीं है। जब शिक्षा विभाग में इस तरह की लापरवाही सामने आई है। इसी साल मार्च में अटेंडेंस नहीं बनाने वाले 1388 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिनमें एक दर्जन से अधिक शिक्षक या तो दिवंगत थे या सेवा निवृत्त थे। इसी प्रकार मई में कहलगांव प्रखंड की दिवंगत शिक्षिका उषा कुमारी, जिनकी मौत 5 फरवरी 2024 को हो गई थी, से भी स्पष्टीकरण मांगा गया था।