आधा दर्जन स्कूलों तक पहुंचाने का रास्ता ही नहीं बच्चे हो रहे हैं परेशान
शिक्षा में सुधार के लिए शासन स्तर पर लगातार काम हो रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर अभी कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिससे यह पता चलता है कि अभी शिक्षा पाने के लिए बच्चों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है जी हां हम बात कर रहे हैं इमामगंज प्रखंड के आधा दर्जन ऐसे विद्यालयों की जहां तक पहुंचाने का मार्ग भी नहीं है प्रखंड में स्कूलों के भवन का निर्माण तो कर दिया गया है लेकिन अब भी वहां तक पहुंचाने के लिए बच्चों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है
कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां दो दशक से स्कूल तक जाने के लिए सड़क तक का निर्माण नहीं कराया जा सका है इसमें मध्य विद्यालय पर्शिया का भवन गांव की नदी पर दूसरे किनारे पर बना हुआ है जहां बच्चों को जान जो की में डालकर बड़ी नदी पार कर स्कूल जाना पड़ता है वही सबसे अधिक समस्या छोटे बच्चों को है जहां नदी में पानी आने के बाद 4 महीने तक स्कूल ही नहीं जाते हैं वहीं प्राथमिक विद्यालय पकड़ी जहां बच्चों को नहर के नेता से होकर जाना पड़ता है इन दोनों गांव के बच्चे बरसात के मौसम में अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल में पढ़ने जाते हैं इसी तरह मध्य विद्यालय बड़ी प्राथमिक विद्यालय कुंजेश्वर प्राथमिक विद्यालय सोबडी जहां बच्चों को खेत के साड़ी से होकर स्कूल जाना पड़ता है इन सभी विद्यालयों में गर्मी के मौसम में बच्चे गिरते प्रति स्कूल में पढ़ने पहुंच जाते हैं लेकिन बरसात के मौसम में बच्चों को स्कूल जाना मुश्किल हो जाता है
इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इमामगंज शैलेंद्र कुमार से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि जिन विद्यालय में जाने के लिए सड़क नहीं है वहां तो बड़ी गंभीर समस्या है विद्यालय तक जाने के लिए सड़क है या नहीं इसका रिपोर्ट जिला से नहीं मांगा जाता है अब सड़क की समस्या से संबंधित रिपोर्ट मांगा जाएगा तो उसे जरूर भेजूंगा सड़क का निर्माण हो जाए तो बच्चों को आने-जाने की परेशानी दूर हो जाएगी