नियोजित शिक्षक नही देंगे सक्षमता परीक्षा , नियोजित शिक्षकों के विधानमंडल घेराव की चेतावनी से घबराई नीतीश सरकार , उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने दिया नियोजित शिक्षकों के हक में बड़ा बयान
बिहार के नियोजित शिक्षक सरकार द्वारा ले रही सक्षमता परीक्षा देने से इनकार करते हुए 13 फरवरी को विधानमंडल घेराव की चेतावनी दी है जिससे बिहार सरकार की नींद उड़ गई हैं ।
दरअसल नियोजित शिक्षक परीक्षा देने से नही डर रहे हैं बल्कि के के पाठक के तुगलकी फरमान से नाराज हैं । के के पाठक के नियोजित शिक्षकों की सेवा समाप्ति के फैसले ने नियोजित शिक्षकों में चिंगारी में घी का काम किया है ।नियोजित शिक्षकों की मांग है ऐच्छिक स्थानान्तरण
इसी बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिंह ने नियोजित शिक्षकों से बहुत जल्द बात करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का भरोसा दिया है ।
डुमरा स्टेडियम में बिहार शिक्षक एकता मंच जिला इकाई की बैठक हुई। अध्यक्षता नवीन कुमार सिंह एवं संचालन विकास कुमार ने किया। वक्ताओं ने कहा कि अपने मान-सम्मान और अधिकार के लिए लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने और धरना-प्रदर्शन करना मौलिक अधिकार है।
उन्होंने आगे कहा कि विभाग द्वारा शिक्षकों को डराने-थमकाने का पत्र निर्गत किया जाना असंवैधानिक है। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिले के एक भी शिक्षक सक्षमता परीक्षा का फॉर्म नहीं भरेंगे। साथ ही 10 फरवरी को जिले के सभी शिक्षक हवाई अड्डा मैदान, डुमरा में एकत्रित होंगे और मशाल जुलूस में शामिल होंगे।
विधान मंडल का घेराव करने की चेतावनी
यह भी फैसला लिया गया कि अगामी 13 फरवरी को बजट सत्र के दौरान विधान- मंडल घेराव में जिले के शत- प्रतिशत शिक्षक शामिल होकर आंदोलन को सफल बनाएंगे। शिक्षक नेताओं ने कहा कि सरकार की शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ न्यायालय से लेकर सड़क और सदन तक आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।