कौन असली कौन फर्जी , 86 शिक्षकों के कागजात पर अन्य 25 जिलों में 89 शिक्षक सरकारी स्कूलों में है पदस्थापित , इस काण्ड के पर्दाफाश होने पर शिक्षा विभाग का भी चकराया सर , व विभाग के हाथ पाँव लगे फूलने
साक्षमता परीक्षा 2024 के जारी जाल में फंसे फर्जी शिक्षक नालंदा गया शेखपुरा और पटना में कार्यरत हैं डुप्लीकेट सर्टिफिकेट वाले गुरुजी इनमें से कौन गुरु जी हैं असली और कौन है फर्जी यह पहचाना हुआ मुश्किल शिक्षा विभाग ने बताया कि 86 शिक्षकों के कागज कागजात पर अन्य 25 जिलों में 89 शिक्षक पदस्थापित हैं इस विषय की जांच बहुत तेजी से और पारदर्शी तरीके से की जा रही है
साक्षमता परीक्षा का मकसद धीरे-धीरे स्पष्ट होने लगा है वैसे तो नियोजित शिक्षकों को राज्य करने का दर्जा दिए जाने के लिए साक्षमता परीक्षा ली जा रही है लेकिन साक्षमता परीक्षा में शामिल होने के पहले ही फर्जी तरीके से बाहर गुरु जी बिहार के प्रमुख सचिव के पाठक के विधायक जाल में फंसने लगे हैं ।
नवादा जिले के विभिन्न स्कूलों में पदस्थापित 86 ऐसे शिक्षकों का सर्टिफिकेट डुप्लीकेट पाया गया है उनके नाम पर नवादा के अलावा राज्य के 25 जिलों में 89 गुरु जी बने हुए हैं हालांकि यह बात जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि नवादा में पद स्थापित गुरुजी का बीटेक सर्टिफिकेट फर्जी है या फिर दूसरे जिले में कार्यरत गुरु जी का सर्टिफिकेट फर्जी है।
इस आधार पर गुरुजी बन गए हैं यह तो जांच का विषय है लेकिन इतना तय है इनमें से एक ही गुरु जी सही है दूसरे तीसरे चौथे या उससे अधिक स्थानों पर काम कर रहे गुरुजी की सर्टिफिकेट हंड्रेड प्रतिशत फर्जी है ताज्जुब की बात तो यह है कि फर्जी का जाट पर बहस चिन्ह नियोजित शिक्षकों को अब तक जिला प्रशासन के अधिकारी और निगरानी नहीं पकड़ पाए वह बिहार के प्रमुख सचिव के पाठक की बिछाई जाती में फंस गए दरअसल साक्षरता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे पहले और दूसरे चरण में बाहर नियोजित शिक्षकों का अध्यक्षता प्रमाण पत्र जबकि तीसरे से छठे चरण तक बाहर शिक्षकों का विद्युत और सीटेट सर्टिफिकेट भी अपलोड करवाया गया था हालांकि पहले और दूसरे चरण के शिक्षक अभी पकड़ से बाहर है क्योंकि उसे दौर में फर्जी तरीके से बहस हुई गुरु जी का मामला मेघा सूची ट्रेनिंग सर्टिफिकेट और सामान्य संस्थाओं की डिग्रियां का रहा है ।
लेकिन डिटेल और सीटेट सर्टिफिकेट पर बाहर हुए शिक्षकों का सीधे तौर पर सॉफ्टवेयर मिलन हो जा रहा है इसके चलते बहुत आसानी से दिल्ली कैसी पड़ में आने लगी है बता दें कि नवादा जिले में 7200 नियोजित शिक्षक फिलहाल पद स्थापित है लेकिन प्रथम चरण के साक्षमता परीक्षा के लिए 5926 शक्ति फार्म भरे हैं
साक्षमता परीक्षा के पहले ही पकड़ में आ रहे नियोजित शिक्षक
नारदीगंज का पकड़ी बराबर में सर्वाधिक डुप्लीकेट सर्टिफिकेट और पदस्थापित है शिक्षक
नवादा जिले में कुलचास नियोजित शिक्षक चिन्हित किए गए हैं प्रखंड वार आकलन करें तो नारदीगंज और पकड़ी बराबर में चिन्हित किया गया है जहां 15 15 नियुक्त शिक्षक के टेट प्रमाण पत्र पर दो से तीन जगह कम कर रहे हैं वहीं विश्व में 12 रजौली में 10 बारिश अलीगंज और नवादा में 99 का शिक्षक और को अखोल में तीन-तीन अकबरपुर रोड सिरदला और नरहट में दो-दो मैच स्कोर और गोविंदपुर में एक-एक शिक्षक फर्जी सर्टिफिकेट पर प्रतिस्थापित है
एक सर्टिफिकेट पर तीन जगह कर रहे हैं शिक्षक नौकरी
प्राप्त लिस्ट के मुताबिक नवादा जिला के गोविंदपुर प्रखंड के उत्क्रमित मिडिल स्कूल सोहना में नवलेश कुमार नवल पद स्थापित है लेकिन टेट रोल नंबर नहीं भरा गया है जबकि इसी नाम के दस्तावेज पर एरिया और मधेपुरा में भी एक शिक्षक नौकरी कर रहे हैं
शेखपुरा और पटना में पांच पांच फर्जी शिक्षक सरकारी विद्यालय में है पद स्थापित
नवादा में पदस्थापित 86 शिक्षकों का सर्टिफिकेट बिहार के 25 जिलों में डुप्लीकेट पाया गया है इसमें सर्वाधिक पड़ोसी जिला नालंदा में 18 गया में तेरा जहानाबाद में 8 से पूरा और पटना में पांच-पांच लोग भोजपुरी रोहतास और मुंगेर में चार-चार बेगूसराय सारण और मुजफ्फरपुर में 30 जून लखीसराय मधेपुरा मोतिहारी अलवर समस्तीपुर में दो-दो जबकि एरिया औरंगाबाद गोपालगंज मधुबनी खगड़िया वैशाली सिवान सीतामढ़ी कैमूर में पदस्थापित एक-एक गुरु जी का बीटेक वास सीटेड सर्टिफिकेट नवादा में पद स्थापित शिक्षकों के बीटेक सर्टिफिकेट से मिल रहा है
एक सर्टिफिकेट पर चार जगह कर रहे हैं गुरुजी नौकरी
नवादा जिले के पकड़ी बराबर प्रखंड के नौसर्जित बलियारी बुजुर्ग में प्रकृति कुमारी नाम की टीचर है लेकिन प्रीति कुमारी के वीडियो सर्टिफिकेट के विकेट रोल नंबर 190811 0529 के आधार पर तीन जगह पर पदस्थापित है नवादा के अलावा रोहतास लखीसराय और मुजफ्फरपुर में भी इसी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे हैं इनमें से कोई एक ही सही होगा जब जांच में पता चलेगा कि कौन फर्जी है
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि फर्जी शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाएगा जो लोग एक सर्टिफिकेट पर दो जगह नौकरी कर रहे हैं उनकी सूची विभाग को भेज दी गई है पटना में जांच की जाएगी फर्जी कागजात पर बाल शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा और प्राथमिक की दर्ज कराई जाएगी साथी मंडे के रूप में ली गई राशि की भी वापसी कराई जाएगी