25 जून से शिक्षकों की ऑनलाइन बनाने पर शिक्षा विभाग का आया बड़ा फैसला , अब शिक्षकों का नही कटेगा वेतन , शिक्षकों को मिली बड़ी राहत 

25 जून से शिक्षकों की ऑनलाइन बनाने पर शिक्षा विभाग का आया बड़ा फैसला , अब शिक्षकों का नही कटेगा वेतन , शिक्षकों को मिली बड़ी राहत 

 

बिहार के सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों की 25 जून से आनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी. इसके लिए शिक्षा विभाग ने ई-शिक्षाकोष पोर्टल (एप) विकसित किया है.

राजभर की सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को शिक्षा विभाग में आदेश दिया है कि 25 जून से सभी शिक्षक की शिक्षा कोष एप्लीकेशन के माध्यम से ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे यहां तक की अब शिक्षकों को किसी भी प्रकार का अवकाश लेने के लिए प्रधानाध्यापक के कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना होगा बल्कि शिक्षा कोष एप्लीकेशन पर ही आवेदन करना होगा उन्हें तुरंत अवकाश मिल जाएगा

शिक्षा विभाग ने बताया कि 3 महीने के लिए ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की सिस्टम को प्रोजेक्ट पायलट के रूप में अच्छा विभाग चल रही है यदि 3 महीना में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई तो इस ऑनलाइन उपस्थिति सिस्टम को परमानेंट लागू कर दिया जाएगा लेकिन यदि 3 महीने के अंदर ऑनलाइन उपस्थिति बनाने की इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो शिक्षा विभाग इन समस्याओं का सबसे पहले निराकरण करेगा उसके बाद ही इस सिस्टम को लागू करेगा

फिलहाल अभी-अभी शिक्षा विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार कहा गया है कि 25 जून से 3 माह तक सभी शिक्षक अपने मोबाइल से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करेंगे इस अवधि में यह पता चल जाएगा कि इस ऑनलाइन सिस्टम में क्या-क्या समस्या उत्पन्न हो रही है इस 3 महीना की अवधि में यदि शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में परेशानी आती है तो फिलहाल उनके वेतन की कटौती नहीं की जाएगी और ना ही उन पर किसी भी प्रकार की विभागीय कार्रवाई की जाएगी बल्कि उसकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. सिद्धार्थ ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी कर कहा है कि शिक्षक अब प्रतिदिन आनलाइन उपस्थिति दर्ज करेंगे. अब एक लापरवाही से आपकी सैलरी कट जाएगी. अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इसे अनिवार्य रूप से लागू करने का निर्देश दिया है. प्रधानाध्यापक और शिक्षक कैसे आनलाइन उपस्थिति दर्ज करेंगे, इस संबंध में विभाग की ओर से वीडियो जारी किया गया है.

शिक्षक इस तरह दर्ज करेंगे आनलाइन उपस्थिति

सभी प्रधानाध्यापक और शिक्षक गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष पोर्टल अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करेंगे. इसके बाद शिक्षक अपने आइडी से ई-शिक्षाकोष एप पर लाग-इन करेंगे. जिन शिक्षकों के पास पहले शिक्षक आइडी उपलब्ध नहीं है या भूल गए है, वैसे शिक्षक विद्यालय के प्रधानाध्यापक से संपर्क कर अपना आइडी जनरेट कर सकते हैं. शिक्षक आइडी के लिए प्रधानाध्यापक स्कूल के लाग-इन आइडी से शिक्षक माड्यूल में जाकर संबंधित को आइडी उपलब्ध कराएंगे. शिक्षक अपने शिक्षक आइडी से ई-शिक्षाकोष एप में लाग-इन करने के पश्चात डैशबोर्ड पर अंकित मार्क एटेंडेंस बटन को गे.

इस तरह बनेगी सेल्फ अटेंडेंस

विद्यालय में उपस्थित रहने की स्थिति में प्रधानाध्यापक व शिक्षक द्वारा सेल्फ एटेंडेंस के विकल्प का चयन करते हुए बटन को ना होगा. आनलाइन एटेंडेंस बनाने के लिए शिक्षकों को संबंधित विद्यालय की पांच सौ मीटर की परिधि में रहना अनिवार्य है. विद्यालय के पांच सौ मीटर की परिधि में रहने की स्थिति में शिक्षक को उनके मोबाइल स्क्रीन पर दो बटन ( एक स्कूल इन और दूसरा स्कूल आउट) दिखाई देगा. शिक्षक विद्यालय आते ही आनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए मोबाइल स्क्रीन पर अंकित स्कूल-इन बटन को गे एवं विद्यालय से जाते समय स्कूल-आउट बटन को गे.

फोटो एवं समय के साथ दर्ज होगी उपस्थिति

स्कूल-इन बटन को ते ही मोबाइल का कैमरा सेल्फी मोड में खुल जाएगा एवं मोबाइल स्क्रीन पर कैप्चर एवं कन्फर्म बटन दिखाई देगा. प्रधानाध्यापक व शिक्षक द्वारा पहले कैप्चर बटन क्लिक किया जाएगा. जिसके उपरांत उनका फोटो, दिनांक, एवं समय आदि स्क्रीन पर दिखाई देगा. यदि फोटो, दिनांक और समय सही है तो कन्फर्म बटन क्लिक किया जाएगा. जिसके बाद संबंधित प्रधानाध्यापक व शिक्षक का फोटो एवं समय के साथ उपस्थिति एप पर दर्ज हो जाएगी.

सरकारी काम से बाहर हैं तो मार्क आन ड्यूटी गे

विद्यालय से अन्यत्र किसी सरकारी कार्य के लिए प्रतिनियुक्त हैं तो ऐसी स्थिति में मार्क आन ड्यूटी का विकल्प का चयन करते हुए बटन को को गे. मोबाइल फोन के स्क्रीन पर पर दो बटन मार्क इन और मार्क आउट दिखाई देगा. मार्क इन बटन को ते हुए शिक्षक की उपस्थिति एप पर दर्ज हो जाएगी. इसी प्रकार प्रतिनियुक्त कार्य स्थल से प्रस्थान करते समय मार्क आउट का बटन गे. एप के उपयोग के क्रम में किसी यूजर को किसी तरह की समस्या होने की स्थिति में टिकट राइज करने की सुविधा उपलब्ध है. जिसके आधार पर राज्य स्तर पर गठित प्रोजेक्ट मैनजमेंट यूनिट द्वारा तकनीकी बाधा को दूर किया जाएगा.

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