अब शिक्षकों का ऑनलाइन अटेंडेंस पर एक्शन नहीं बल्कि रिएक्शन होता सिर्फ वेतन रिडक्शन की हो रही है बात
3 महीने का ट्रायल खत्म हो गया है अब ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनने पर क्रिया या रिएक्शन न सिर्फ वेतन डिटेक्शन होगा आप जितने दिन अनुपस्थित रहेंगे इतने दिन का वेतन काट दिया जाएगा अब इसमें कोई मर्जी नहीं चलेगी शिक्षा विभाग इसे लेकर सख्त हो गया है किसी भी तरह की तकनीकी दिक्कत होने पर लिखित आवेदन देना होगा परेशानी सही साबित होने पर ही आपको राहत मिलेगी
1 अक्टूबर यानी मंगलवार को जिले के 506 शिक्षकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनाया 12 ऐसे स्कूल चिन्हित किए गए जहां का अटेंडेंस जीरो है जिला शिक्षा विभाग में 2 दिन अटेंडेंस नहीं बनाने वाले शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को बुलाया है 100 से अधिक शिक्षक स्थापना शाखा पहुंच चुके थे
प्लास्टर से जो परेशानी भी उसे दुरुस्त कर दिया गया है शेष 65 शिक्षकों का डाटा टिकट प्राइस करके पटना प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को भेज दिया गया है जहां से अनुमति मिलने के बाद वे शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी बना सकेंगे
स्थापना शाखा को ऐसे 562 शिक्षकों का डाटा मिला था जो लंबे समय से अटेंडेंस नहीं बना रहे थे इनमें से करीब 112 शिक्षकों को इस शिक्षा कोष से हटा दिया गया है इनमें रिटायर्ड या दिव्यांग हो चुके शिक्षक शामिल है आधा दर्जन ऐसे भी शिक्षक हैं जिनके डॉक्यूमेंट में गड़बड़ी के कारण उन्हें पोर्टल से हटाया गया है
72 शिक्षक अपारशिक्षित होने की वजह से पोर्टल से हटाए गए हैं इधर मंगलवार को यानी 1 अक्टूबर को 506 शिक्षकों द्वारा अटेंडेंस नहीं बनाए जाने को लेकर भी भाग्य पदाधिकारी ने बताया कि कुछ शिक्षक छुट्टी पर थे तो कुछ लंबे समय से मेडिकल या मातृत्व अवकाश पर हो सकते हैं 3 अक्टूबर के बाद से अटेंडेंस नहीं बनाने वाले शिक्षकों की जांच पोर्टल के माध्यम से भी की जाएगी