दो नंबर शिक्षकों को पकड़ने का बहाना है कॉउंसलिंग, s सिद्धार्थ के बनाए चक्रवयूह मे धीरे धीरे फसते जा रहे सक्षमता पास नियोजित शिक्षक, कॉउंसलिंग केंद्र पर शिक्षकों के साथ मनमानी कर रहे है अधिकारी व कर्मचारी, सतर्क रहे शिक्षक
बिहार के शिक्षा विभाग क्या प्रमुख सचिव सिद्धार्थ के बनाए गए जाल में अब साक्षमता पास नियोजित शिक्षक धीरे-धीरे फास्ट नजर आ रहे हैं साक्षमता पास शिक्षकों की जो काउंसलिंग हो रही है उसमें नियोजित शिक्षकों के सभी तरह के सर्टिफिकेट की बहुत घंटा पूर्वक जांच की जा रही है इसमें कई शिक्षकों को संदेह के घेरे में डाल दिया गया है
काउंसलिंग तो ए सिद्धार्थ का एक बहाना था मुख्य रूप से काउंसलिंग का उद्देश्य दो नंबर के शिक्षकों को पकड़ता था जिसमें सिद्धार्थ सफल हो रहे हैं अब तक 65 शिक्षक काउंसलिंग से अनुपस्थित पाए गए हैं और लगभग दो दर्जन से अधिक शिक्षकों के सर्टिफिकेट को संदेश की घेरे में रखा गया है उन शिक्षकों के ओरिजिनल सर्टिफिकेट को शिक्षा विभाग में जप्त कर लिया है और उनकी जांच के लिए उन्हें भेज दिया गया है अभी काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरे अगस्त तक चलेगी
जानकारी के अनुसार बताया गया है कि 25% साक्षमता पास शिक्षकों के सर्टिफिकेट गलत हैं जिन्हें काउंसलिंग समाप्त होते होते शिक्षा विभाग पकड़ लेगी और उनकी जांच कराई जाएगी
कॉउंसलिंग से 65 शिक्षक रहे गायब , दो दर्जन से अधिक शिक्षक सनदिग्द के दायरे में , शिक्षा विभाग ने कॉउंसलिंग के जरिये शिक्षकों पर कसा शिकंजा
सक्षमता परीक्षा में सफल शिक्षकों की हो रही काउंसेलिंग में तीन दिनों के भीतर 62 शिक्षक गायब मिले हैं। इसके अलावे प्रमाणपत्रों के सत्यापन में कुछ को संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है।
रविवार को राजपत्रित अवकाश के कारण काउंसेलिंग का कार्य बंद रहा।
अब बुधवार 7 अगस्त को सिपाही भर्ती परीक्षा के कारण उस दिन भी काउंसeलिंग का कार्य बंद रहेगा। प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा पहली से पांचवीं) तक के शिक्षकों की काउंसेलिंग मंगलवार से होगी। मंगलवार से काउंसेलिंग में भीड़ बढ़ने का अनुमान है।
452 शिक्षकों में 390 ही उपस्थित हुए
शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रवि शास्त्री ने बताया एक से तीन अगस्त तक पुस्तकलायाध्यक्ष,उच्चतर माध्यमिक,माध्यमिक तथा मध्य विद्यालयों के शिक्षकों की काउंसेलिंग हुई। इन तीन दिनों में राज्य मुख्यालय से मिले स्लाट के अनुसार जिला में 452 की काउंसेलिंग होनी थी,मगर काउंसेलिंग कराने के लिए 390 ही उपस्थित हुए।
उपस्थित नहीं होने वालों को मिलेगा एक और मौका
निर्धारित स्लॉट में काउंसलिंग के लिए उपस्थित नहीं होने वालों को एक और अवसर दिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों के लिए नया कार्यक्रम राज्य मुख्यालय से ही तय होगा। जिला में 390 शिक्षकों की काउंसलिंग में लगभग दो दर्जन शिक्षक संदिग्ध श्रेणी में रखे गए हैं। ऐसे शिक्षकों के प्रमाणपत्र या कुछ दस्तावेज संदिग्ध मिले हैं। प्राथमिकी शिक्षकों को भी काउंसेलिंग के लिए स्लॉट मिलने लगे हैं।