तमिलनाडु से वापस लौटी शिक्षा विभाग की आठ सदस्य टीम 5 दिन के बाद सरकार को सौंप की रिपोर्ट
तमिलनाडु में शिक्षा विभाग शिक्षकों के अधीन है 75% स्कूल के प्रधानाध्यापक ही जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बनते हैं तमिलनाडु में संविदा और अस्थाई की जगह शिक्षक से लेकर कोक तक स्थाई नौकरी है नियुक्ति के बाद 60 वर्ष तक काम करते हैं रिटायर के बाद पेंशन का प्रावधान है यह बातें तमिलनाडु से वापस आई शिक्षा विभाग की टीम की ओर से तैयार किए गए रिपोर्ट में कही गई है
टीम 5 दिनों के बाद शिक्षा विभाग को रिपोर्ट सौतेली रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु में कक्षा 1 से कक्षा दसवीं तक के बच्चों को मिड डे मील की व्यवस्था है इसके तहत ही कक्षा 1 से कक्षा 5 क्लास तक के बच्चों को नाश्ता भी दिया जाता है आधे घंटे के मिड डे मील के बाद स्पंज प्रैक्टिस के लिए हर दिन 20 मिनट तेज आवाज में बोल करके पढ़ना अनिवार्य है सभी काम मोबाइल और टैबलेट पर किया जाता है टीचर और छात्र की उपस्थिति पढ़ाई प्रश्नों के उत्तर सहित अन्य का मोबाइल और टैबलेट के माध्यम से किया जाता है स्कूल से लेकर मुख्यालय तक सारा सिस्टम ऑनलाइन है
प्रत्येक वर्ष 4 सेट ड्रेस सीनियर छात्रों के लिए 2 घंटे का अतिरिक्त क्लास की व्यवस्था है
प्रत्येक वर्ष हर छात्र को चार सेट कपड़ा मिलता है जबकि सीनियर छात्रों के लिए हर दिन सुबह 8:00 बजे से 9:00 बजे और शाम को 4:00 बजे से 5:00 अतिरिक्त क्लास चलाया जाता है सुबह शाम चलने वाला अतिरिक्त क्लास स्कूल के टीचरों की ओर से ही चलाया जाता है स्कूल में मैनेजर अस्तर के कर्मचारियों को 24000 कोक को 14000 और सहायक को ₹8000 तनक प्रतिमाह दिया जाता है
रिटायर के बाद ₹100000 एक साथ मिलता है उसके बाद ₹2000 प्रति महीने पेंशन दिया जाता है एक स्कूल में काम से कम तीन अस्थाई कर्मचारी काम करते हैं शहरी क्षेत्र में स्कूलों की जिम्मेदारी नगर निगम के जिम में है