स्कूल के हेडमास्टर के पक्ष में खड़े हुए ACS एस. सिद्धार्थ, नवनियुक्त प्रधान शिक्षक ब हेडमास्टर साहेब को दे दिया पूरा पावर, स्कुल की वार्षिक मेंटेनन्स की राशि की 5 लाख रु, अब मास्टर साहेब की खैर नहीं
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया है। उन्होंने हेडमास्टर्स को अधिकार दिया है कि वे अपने स्कूल में यदि कोई शिक्षक पढ़ाई नहीं कर रहा है या हेडमास्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कर सकते हैं।
डॉ. सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया कि हेडमास्टर्स को किसी भी दबाव या रुकावट के बिना अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्हें स्कूल की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने और यह सुनिश्चित करने का पूरा अधिकार है कि शिक्षक समय पर पढ़ा रहे हैं और सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।
अगर कोई शिक्षक या छात्र सरकारी नियमों का पालन नहीं करता है तो हेडमास्टर को इसकी शिकायत करनी चाहिए। हेडमास्टर की शिकायत पर शिक्षा विभाग उन बच्चों और शिक्षकों पर कार्रवाई करेगा। डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि, विभाग इस तरह की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करेगा।
वहीं डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि स्कूलों में गुटबाजी की समस्या को गंभीरता से लिया जाएगा। अगर किसी स्कूल में गुटबाजी के कारण शिक्षा बाधित हो रही है तो विभाग जांच करेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। शिक्षा विभाग के एसीएस ने चेतावनी दी है कि यदि सरकारी स्कूलों से गुटबाजी या शिक्षकों के बीच विवाद या शिकायत में गुटबाजी की खबर सामने आती है तो इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
शिक्षा विभाग का यह कदम राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे शिक्षकों में अनुशासन आएगा और वे अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएंगे। शिक्षा विभाग का यह कदम राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वहीं इसके साथ ही हेडमास्टर्स को अधिकार दिया गया है कि वे अपने स्कूल में शिक्षकों की लापरवाही पर कार्रवाई की सिफारिश कर सकते हैं। शिक्षकों और छात्रों को सरकारी नियमों का पालन करना अनिवार्य है। स्कूलों में गुटबाजी पर रोक लगाई जाएगी।