सैकड़ों शिक्षकों को दो माह से नहीं मिला वेतन, मकान मालिक दे रहे चेतावनी
यूपी के रहने वाले शशि कुमार औराई के स्कूल में पदस्थापित हैं। शहर में मकान किराए पर लेकर रहते हैं। दो महीने जब किराया नहीं दे पाए तो मकान मालिक हर दिन तगादा पर तगादा कर रहा।
शशि के दो बच्चे बाहर पढ़ते हैं। ऐसे में उनके संस्थान से भी बार-बार कॉल आ रही है। जिले के सैकड़ों शिक्षकों के सामने यह समस्या आ गई है।
दरअसल, पिछले दो माह से सैकड़ों शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। भुगतान की नई प्रक्रिया के कारण नए-पुराने शिक्षकों का वेतन लंबित हैं। नए सॉफ्टवेयर सीएफएमएस 2.0 की तकनीकी प्रक्रिया के कारण भुगतान लंबित हैं। इसमें नौकरी के लिए दूसरे राज्य से आए शिक्षक सबसे ज्यादा परेशान हैं। बैंकों से ऋण लेने वाले शिक्षकों को बार-बार ईएमआई भरने को नोटिस भेजा जा रहा है। इसे लेकर जिले के दर्जनों शिक्षकों ने डीईओ से गुहार लगाई है। डीईओ का कहना कि तकनीकी प्रक्रिया के कारण देर हो रही है। अब जल्द ही भुगतान करने की कोशिश की जा रही है। कुछ जगहों पर शुरुआत हो भी गई है।
बुजुर्ग माता-पिता को दवा के लिए बेटे के भेजे पैसे का इंतजार
यूपी के रहने वाले शुभम सिंह बड़ादाउद स्कूल में पदस्थापित हैं। वे कहते हैं कि मैं इकलौती संतान हूं। अकेले कमाने वाला हूं। माता-पिता काफी बुजुर्ग हैं। उनकी तबियत खराब रहती हैं। उनके लिए घर पर पैसा भेजना पड़ता है। यह तीसरा महीना है, मगर पैसा नहीं भेज पाया। मकान मालिक का किराया भी बाकी है। हम तो दूसरे राज्य से आए हैं। सभी कुछ हमलोगों को यही लेना है। जब वेतन ही नहीं मिल रहा तो क्या करें। जहानाबाद के रहने वाले शिक्षक मनीष कुमार कहते हैं कि बैंक से लोन लिया हूं। हर महीने 15 हजार से अधिक राशि बैंक के पास ही चली जाती है। यह तीसरा महीना है, जब जमा नहीं कर पाया। बड़ी संख्या में शिक्षक इन स्थितियों से जूझ रहे हैं।