परीक्षा के बाद भी अभ्यर्थियों की BPSC कर रही  निगरानी , BPSC हाई टेक्नोलॉजी का कर रही इस्तेमाल

 

 

परीक्षा के बाद भी अभ्यर्थियों की BPSC कर रही  निगरानी , BPSC हाई टेक्नोलॉजी का कर रही इस्तेमाल

बिहार लोक सेवा आयोग अभ्यर्थियों की निगरानी परीक्षा समाप्त होने के बाद भी केंद्र पर ली गई तस्वीर वीडियो तथा आवेदन में दी गई जानकारी के आधार पर चंद्र मिनट में करने में सक्षम है आयोग के विभिन्न परीक्षाओं में शामिल अभ्यर्थियों से संबंधित जानकारी सॉफ्टवेयर उपलब्ध करा दे रहा है ।

अब किसी अभ्यर्थी का फोटो वीडियो नाम आधार नंबर आदि में से किसी एक की जानकारी उपलब्ध होने पर तमाम जानकारी चंद मिनट में मिल जा रही है आयोग का सॉफ्टवेयर एक क्लिक में संबंधित अभ्यर्थियों के फोटो और वीडियो की स्क्रीन का उसका डिटेल उपलब्ध करा दे रहा है इसका ट्रायल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों पर पूरी तरह से सफल रहा पिछले दिनों सफलता नहीं मिलने पर कुछ शिक्षक का विद्यार्थियों ने आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे उन सभी अभ्यर्थियों के इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो और फोटो को स्कैन कर उनका क्रमांक सहित सभी जानकारी प्राप्त कर उनसे स्पष्टीकरण आयोग ने पूछा है

प्रमाण पत्र व दस्तावेजों की तीसरी बार होगी जांच

बिहार लोक सेवा आयोग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र और दस्तावेजों की जांच दो चरणों में पूरी हो चुकी है विभिन्न स्कूलों में योगदान देने वाले सफल शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र को दस्तावेजों की जांच अब संबंधित संस्थान से कराई जाएगी शैक्षणिक व हरता प्रमाण पत्रों की सत्यता की जानकारी संबंधित संस्थाओं को पत्र भेज कर मांगी जाएगी इसमें किसी तरह की त्रुटि प्राप्त होने पर संबंधित अभ्यर्थियों को नौकरी से हाथ धोना होगा

शपथ पत्र के साथ 11 नवंबर तक स्वीकार किया जाएगा आपत्ति

बिहार लोक सेवा आयोग विद्यालय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों से शिकायत व आपत्ति 11 नवंबर तक स्वीकार करेगा अभ्यर्थियों को परिणाम से सम्मानित किसी तरह की शिकायत या आपत्ति है तो वह शपथ पत्र के साथ अपनी बात आयोग के समक्ष रख सकते हैं आपत्तियां शिकायत बगैर शपथ पत्र स्वीकार नहीं होगा वेबसाइट है www.onlines bpsc.bihar.gov.in पर अभ्यर्थी अपने लॉगिन आईडी से डैशबोर्ड में लिंक से प्रयोग कर पूरी प्रक्रिया कर सकेंगे

पर बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा कि आयोग अभ्यर्थियों की सलाह व परीक्षा दर परीक्षा प्राप्त अनुभव के आधार पर हर क्षेत्र में तकनीक का उपयोग कर रहा है आयोग कार्यालय में बैठकर किसी सेंटर पर परीक्षा दे रहे विद्यार्थी की निगरानी की जा रही है सॉफ्टवेयर से उनकी पहचान भी परीक्षा के दौरान ही सुनिश्चित किया जाता है संदेह होने पर परीक्षा अवधि में ही उन्हें चिन्हित कर लिया जाता है अभ्यर्थियों की हाजिर में डिजिटल प्रमाण भी शामिल किए गए हैं इसमें भविष्य में भी उनकी सत्यता की जांच की जा सकती है

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