सर्टिफिकेट सत्यापन में भाग नहीं लेने वाले नियोजित शिक्षक होंगे फर्जी घोषित
जांच को हाजिर नहीं होने वाले नियोजित शिक्षक फर्जी घोषित किए जाएंगे 420 शिक्षकों को जांच समिति के समक्ष हाजिर होने का अंतिम मौका शिक्षा विभाग ने दिया था जिसमें 435 नियोजित शिक्षक जांच की घेरे में चिह्नित किए गए हैं
435 नियोजित शिक्षक जांच की घेरे में है यह सभी वैसे नियोजित शिक्षक हैं जो राज्य कर्मी बनने के लिए साक्षमता परीक्षा में शामिल हुए थे भौतिक सत्यापन में नहीं आने वाले 420 नियोजित शिक्षकों को एक और मौका दिया गया है ऐसे नियोजित शिक्षकों को जांच समिति के सामने 10 अप्रैल से 15 अप्रैल तक शिक्षा विभाग में हाजिर होने को कहा गया है उसमें शामिल नहीं होने वाले नियोजित शिक्षक भर्ती घोषित कर दिए जाएंगे
इससे संबंधित शेड्यूल शिक्षा विभाग ने जारी किया है शिक्षा विभाग ने कहा है की जांच समिति के सामने नहीं आने वाले नियोजित शिक्षकों को फर्जी घोषित करने का निर्णय लिया जा सकता है इसके लिए संबंधित नियोजित शिक्षक खुद जिम्मेदार होंगे ऐसे नियोजित शिक्षकों की सूची जारी करते हुए उसे तमिल करने के निर्देश माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिए गए हैं
दरअसल साक्षरता परीक्षा में शामिल नियोजित शिक्षकों में से 1151 नियोजित शिक्षक बेट स्टेट स्टेट के रोल नंबर के अनुसार डुप्लीकेट रूप में चिह्नित किए गए थे उनमें अररिया जिला के 38 हर्बल के 30 औरंगाबाद के 24 बांका के 52 बेगूसराय के 39 भागलपुर के 33 भोजपुरी के 37 बक्सर के 29 दरभंगा के 56 पूर्वी चंपारण के बीच गया के 56 गोपालगंज के 30 जमुई के 35 जहानाबाद के 51 के मूल के पांच कटिहार के 17 खगड़िया के 13 किशनगंज का 17 लखीसराय के सदस्य मधेपुरा का 28 मधुबनी का 36 मुंगेर के 29 मुजफ्फरपुर के 58 नालंदा का 40 नवादा का 79 पटना के 55 पूर्णिया के 35 रोहतास के 25 सहरसा के 18 समस्तीपुर के 53 सारण के 22 शेखपुरा के 28 शिवहर के 5 सीतामढ़ी के 16 सिवान के 40 सुपौल के 12 वैशाली के 18 एवं पश्चिमी चंपारण जिले के 15 नियोजित शिक्षक शामिल है
ऐसे सभी 1151 नियोजित शिक्षक भौतिक सत्यापन के लिए शिक्षा विभाग में तलब किए गए थे भौतिक सत्यापन के लिए शिक्षा विभाग ने बजना सीरियल बनाया था शेड्यूल के तहत शिक्षा विभाग के डॉक्टर मदन मोहन झा समिति सभागार में 7 मार्च से शुरू हुआ था टेस्ट शेड्यूल के मुताबिक भौतिक सत्यापन का कार्य 22 मार्च तक चला भौतिक सत्यापन के संदेह के घेरे में आने वाले नियोजित शिक्षकों के डॉक्यूमेंट जप्त किए गए लेकिन तकरीबन 420 नियोजित शिक्षक भौतिक सत्यापन के लिए नहीं आए इससे यह सवाल उठ खड़ा है कि भौतिक सत्यापन में शामिल नहीं होने वाले संबंधित 430 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट कहीं फर्जी तो नहीं है यह आशंका इस बात को लेकर भी है कि भौतिक सत्यापन में नहीं आने वाले नियोजित शिक्षकों द्वारा उसमें शामिल नहीं होने को लेकर किसी प्रकार की सूचना भी नहीं दी गई है