स्कूल का प्रदर्शन खराब हुआ तो शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण
शिक्षा विभाग में अब पढ़ाई के स्तर पर कमजोर विद्यालयों की शिक्षकों को प्रशिक्षित देने का कार्यक्रम बनाया है जुलाई से इस कार्यक्रम पर अमल किया जाएगा इसके लिए भी भाग्य टीम द्वारा शिक्षकों के प्रशिक्षण के साथ ही स्कूलों के प्रदर्शन पर भी निगाह रखी जाएगी
इसका फोकस कमजोर प्रदर्शन वाले विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाने पर होगा इसमें छात्रों से लेकर शिक्षकों तक के प्रदर्शन को हंसने के लिए कई मानकों पर काम हो रहा है विद्यालयों में निरीक्षण से जुड़ी रिपोर्ट के आधार पर कमजोर प्रदर्शन वाले विद्यालयों को चिन्हित भी किया जा रहा है
शिक्षा विभाग के अफसर द्वारा हर कार्य दिवस में विद्यालयों की निरीक्षण में संरक्षण कार्यक्रम के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की जा रही है इस क्रम में प्रत्येक विद्यालय में संचालित विशेष कक्षाओं का मूल्यांकन भी किया जा रहा है इसमें बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके सीखने की क्षमता के विकास पर अध्ययन कराया जा रहा है इसके साथ ही प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों द्वारा बच्चों को पुस्तकालय का लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है
सरकारी स्कूलों के प्रदर्शन पर नजर रखेगी शिक्षा विभाग की टीम
कमजोर प्रदर्शन वाले स्कूल में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाने का शिक्षा विभाग ने बनाया है लक्ष्य
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को मिलेगी मजबूती
शिक्षा विभाग के मुताबिक दिनेश फूलों का प्रदर्शन लर्निंग आउटकम में कमजोर रहेगा उन स्कूलों के शिक्षकों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा जिन्हें केंद्र सरकार के निर्देश के आलोक में वार्ड रेट एक्सीलेंस संस्थान के रूप में तैयार किया जा रहा है शिक्षकों को या प्रशिक्षण नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अपने जाने वाले सभी नवाचारों का मन को क्या आधार पर दिया जाएगा इतना ही नहीं प्रत्येक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में विद्या शिक्षा केंद्र के नाम से एक मॉनिटरिंग सेंटर की स्थापित होगा