रातभर जाग कर साक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड पर हस्ताक्षर करते-करते जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के छूटे पसीने फिर भी कई शिक्षकों के छूट गए परीक्षा , शिक्षकों ने जमकर कांटा बवाल
साक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड पर हस्ताक्षर करते-करते जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना हुए परेशान , कई शिक्षकों का हस्ताक्षर की वजह से छूटा परीक्षा , शिक्षकों ने किया जमकर किया हंगामा
रात भर चक्कर 1000 से अधिक एडमिट कार्ड पर लगातार हस्ताक्षर करते रहे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना फिर भी कई शिक्षकों का हस्ताक्षर की वजह से छूटा साक्षमता परीक्षा शिक्षकों ने जिला शिक्षा कार्यालय में जमकर किया हंगामा
बिहार बोर्ड की लापरवाही से शिक्षा विभाग के अवसर परेशानी में पड़ गए हैं साक्षमता परीक्षा के एडमिट कार्ड पर हस्ताक्षर करते-करते डीपीओ स्थापना परेशान हो गए फिर भी कई शिक्षकों का परीक्षा छूट गया
अच्छा केंद्र पटना में सुबह की पाली में परीक्षा है और बोर्ड ने एक दिन पहले बड़ी तादाद में एडमिट कार्ड जारी कर दिया अब गुरु जी आनंद फाइनेंस में डीपीओ कार्यालय में एडमिट कार्ड जमा किया उसको स्कैन करने में ऑपरेटर के भी पसीने छूट रहे जबकि रात भर जगा कर हस्ताक्षर करते-करते डीपीओ भी परेशान हो गए फिर भी एडमिट कार्ड लेकर पहुंचते ही गुरुजी की परीक्षा छूट जा रही है परेशान गुरुजी पुनः डीपीओ कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं पिछले चार-पांच दिनों से रात भर चक्कर 1000 से अधिक एडमिट कार्ड पर लगातार डीपी हस्ताक्षर करते आ रहे हैं ताकि शिक्षकों को समय से एडमिट कार्ड मिले और वह परीक्षा में शामिल हो सके
पर्याप्त समय रहते नहीं बल्कि एक दिन पहले एडमिट कार्ड जारी कर बढ़ाई परेशानी
शिक्षक दिनेश कुमार मनोरंजन सिंह प्रमोद कुमार सुनील कुमार व अन्य ने बताया कि बिहार बोर्ड ने परीक्षा के 1 दिन पहले एडमिट कार्ड जारी कर सबको परेशानी खड़ी कर दी है रात 9 और 10 बजे तक कैंपस में भीड़ वापस अफ्रीका का माहौल बना रहा इसके कारण पुलिस बुलानी पड़ी और जिला स्कूल के पास में एडमिट कार्ड लेने के बाद देर रात तक शिक्षकों की भी छुट्टी गई शिक्षकों का कहना था कि मानसिक प्रताड़ना कर सरकार ले परीक्षा ले रही है
नियोजित शिक्षकों को बिना सरत राज करने का दर्जा देना चाहिए
शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि सरकार वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को बिना सतराज करने का दर्जा देना चाहिए था क्योंकि समय-समय पर विभाग या आदेश का पूर्ण पालन करते हुए सभी शिक्षकों की दासता पात्रता परीक्षा के साथ-साथ हर प्रशिक्षण B.Ed में भी सरकारी सक्रिय रूप से हिस्सा लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है लेकिन लगातार अनुरोध और आंदोलन के बाद भी सरकार की नियत स्पष्ट नहीं है