इन शिक्षकों को अब नीतीश सरकार नही देगी सैलरी , शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला

इन शिक्षकों को अब नीतीश सरकार नही देगी सैलरी , शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला

 

Bihar Guest Teachers Salary जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग एवं छपरा सिवान एवं गोपालगंज अंगीभूत महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान अब सरकार नहीं करेगी।

अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान विश्वविद्यालय को अपने आंतरिक स्रोत से करना होगा। इसको लेकर उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने जेपी विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र भेजा है।

पत्र में कहा गया है कि विश्वविद्यालय अपने आंतरिक स्रोत से अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान करें। विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभाग एवं 21 अंगीभूत महाविद्यालय में कुल 142 अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद इन अतिथि शिक्षकों का भुगतान विश्वविद्यालय को अपने आंतरिक स्रोत से करना होगा। इसके कारण विश्वविद्यालय को प्रतिमाह एक करोड़ के आसपास अतिरिक्त भार पड़ेगा।

शिक्षा विभाग में विश्वविद्यालय को भेजे पत्र में यह भी जानकारी दी है कि जेपी विश्वविद्यालय में 67 करोड़ 99 लाख 16 हजार है। इन राशि से विश्वविद्यालय अतिथि शिक्षकों का भुगतान कर सकती है।

छह महीने से अतिथि शिक्षकों का मानदेय है लंबित

जयप्रकाश विश्वविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों का मानदेय पिछले छह मां से लंबित है। जुलाई 23 से अतिथि शिक्षकों का मानदेय बकाया है। विश्वविद्यालय प्रशासन मानदेय नहीं मिलने का कारण राज्य सरकार द्वारा राशि का आवंटन नहीं होना बताता था।अब शिक्षा विभाग ने मानदेय का भुगतान विश्वविद्यालय को करने का निर्देश दे दिया। इससे अतिथि शिक्षक विश्वविद्यालय प्रशासन से मानदेय भुगतान की मांग करेंगे।

जयप्रकाश विश्वविद्यालय अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र कुमार सिंह एवं डा. हरिमोहन कुमार पिंटू ने मानदेय भुगतान नहीं होने से अतिथि शिक्षकों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। दूसरे राज्य एवं जिलों से आकर छपरा, सिवान एवं गोपालगंज में अंगीभूत महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग किया कि सरकार शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में जेपी विश्वविद्यालय प्रशासन अतिथि शिक्षकों के बकाया मानदेय का भुगतान अविलंब करें।

उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से होली पर्व को देखते हुए अतिथि शिक्षकों के बकाया वेतन की भुगतान की मांग की है। अतिथि शिक्षक संघ ने कहा कि अब जेपी विश्वविद्यालय प्रशासन के पास कोई बहाना नहीं है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डा.) परमेंद्र कुमार बाजपेई एवं कुलसचिव प्रो.(डा.) रणजीत कुमार से मांग किया कि अतिथि शिक्षकों के छह माह के बकाया मानदेय का भुगतान अविलंब कर दें। ताकि अतिथि शिक्षकों की आर्थिक स्थिति ठीक हो सके।

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