27 BPSC शिक्षक ने आनन फानन में दिया इस्तीफा , इस्तीफा देने का कारण आया सामने , उन सभी शिक्षकों पर FIR दर्ज करने में जुटी विभाग
BPSC Teacher News: मुंगेर में बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से दो चरणों में संपन्न हुई शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के माध्यम से जिले में दोनों चरणों को मिलाकर कुल 2078 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण हुई।
इसमें पहले चरण की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत कुल 1223 शिक्षकों की नियुक्ति जिले के प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों में की गई।
इसी प्रकार दूसरे चरण की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत कुल 855 शिक्षकों का जिले के विद्यालयों में पदस्थापन किया गया। इस क्रम में विभिन्न कारणों से अब तक 27 शिक्षकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
ये रही इस्तीफे की वजह
इसमें से कई शिक्षकों ने इस कारण से इस्तीफा दिया है कि उनके अंगूठे का निशान परीक्षा के समय बायोमेट्रिक उपस्थिति के समय दर्ज किए गए थे लेकिन अब निशान से मेल नहीं कर रहा है। इसके अलावा कुछ शिक्षक दूसरे चरण की बहाली में उच्चतर कक्षा के लिए चयनित होने के कारण तो कुछ अन्य राज्यों के होने के कारण यहां रहने में कठिनाई का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
पहले चरण में 27 नियुक्त शिक्षकों ने दिया इस्तीफा
अब तक जिन 27 शिक्षकों ने पदस्थापन के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया है, इसमें सभी शिक्षक पहले चरण में जिले के विद्यालयों में योगदान दिए थे। बताया जाता है कि पहले चरण की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत जिले में योगदान करने वाले 15-16 शिक्षकों के अंगूठे के निशान बायोमेट्रिक में दर्ज निशान से मैच नहीं हो पाया था। इसमें से अधिकांश शिक्षकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
फर्जी शिक्षकों के खिलाफ दर्ज होगा केस
वहीं दूसरी ओर चार शिक्षकों से विभाग ने स्पष्टीकरण पूछा है कि प्रखंडवार अंगूठे के निशान के मिलान के लिए लगाए गए शिविर में आपलोग अनुपस्थित थे। इसके बाद उन्हें दोबारा पत्र जारी कर अंगूठे का निशान मिलान करने के लिए बुलाया गया। इसमें भी ये लोग अनुपस्थित पाए गए। ऐसे में शीघ्र कार्यालय आकर अंगूठे का निशान का मिलन कारण अन्यथा उन्हें फर्जी मानते हुए उनके विरुद्ध केस दर्ज कराया जाएगा।
दूसरे ने दी अभ्यर्थी की जगह परीक्षा
इसके बाद फिर दो शिक्षकों का इस्तीफा विभाग को प्राप्त हुआ है, परंतु दो शिक्षकों की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। दूसरी ओर दूसरे चरण की बहाली प्रक्रिया में भी गंगटा क्षेत्र के एक ऐसे शिक्षक का मामला सामने आया है, जिसके बारे में यह बताया जाता है कि परीक्षा के समय उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति ने परीक्षा दी थी और योगदान के समय किसी अन्य व्यक्ति ने योगदान दिया है। विभाग ने इस शिक्षक से भी स्पष्टीकरण मांगा है। यदि इस शिक्षक का जबाब संतोषजनक नहीं पाया जाता है तो इनके खिलाफ भी केस दर्ज कराया जाएगा।
जिन शिक्षकों के अंगूठे का निशान मैच नहीं कर रहा है, उन्हें भौतिक रूप से उपस्थित होकर अंगूठे का निशान देने को कहा गया है। कई शिक्षकों का इस्तीफा विभाग को प्राप्त हो गया है। जिन लोगों के अंगूठे का निशान मैच नहीं करता है, सत्यापन के उपरांत उन पर केस दर्ज कराया जाएगा।