विशिष्ट शिक्षक बने शिक्षकों का वेतन भुगतान अधर में लटका, शिक्षा विभाग है मौन, वेतन को लेकर आक्रोषित शिक्षक उठाने जा रहे है अब तक का सबसे बड़ा कदम, इसका जिम्मेदार होंगी खुद नीतीश सरकार
जिले के नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर 8 जनवरी तक विशिष्ट शिक्षक के तौर पर योगदान कर चुके हैं. विभागीय नियमानुसार अब इन शिक्षकों का जनवरी माह से वेतन भुगतान ट्रेज़री के माध्यम से होना है.
इसके लिए उक्त शिक्षकों का प्राण जनरेट होना है लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण जनवरी माह बीत जाने के उपरांत भी सैकड़ों शिक्षकों का अब तक प्राण नंबर इशू नही हो सका है जिससे विशिष्ट शिक्षकों के वेतन भुगतान में विलम्ब हो रहा है.
उक्त जानकारी देते हुए टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आलोक कुमार ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा विगत 16 जनवरी को पत्र निर्गत कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को विशिष्ट शिक्षकों का प्राण जनरेट करने हेतु आदेश सह गाइडलाइन जारी किया गया है.
संबंधित शिक्षकों द्वारा उक्त गाइडलाइन के आलोक में प्राण हेतु ऑनलाइन आवेदन कर दिया गया है, लेकिन अधिकांश शिक्षकों का अब तक प्राण जनरेट नही हो सका है जिससे प्रतीत होता है कि सरकार एवं विभाग विशिष्ट शिक्षकों के वेतन भुगतान हेतु गंभीर नही है.
ऐसे में वेतन भुगतान महीनों लंबित हो जाएगा. श्री कुमार ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से उक्त समस्या पर संज्ञान लेने का अनुरोध किया है ताकि विशिष्ट शिक्षकों का वेतन भुगतान में अनावश्यक विलंब न हो.