बैठते ही टूट जा रही है स्कूलों की नई बेंच डेस्क , हैरत में है छात्र और शिक्षक, बेंच डेस्क में हुआ बड़ा घोटाला, सरकारी पैसे का हुआ बंदरबांट बेंच डेस्क की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल 

बैठते ही टूट जा रही है स्कूलों की नई बेंच डेस्क , हैरत में है छात्र और शिक्षक, बेंच डेस्क में हुआ बड़ा घोटाला, सरकारी पैसे का हुआ बंदरबांट बेंच डेस्क की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल 

स्कूलों में नहीं भेज टैक्स आने से विद्यार्थियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा उन्हें प्रसन्नता थी कि अब जर्जर बीच पर नहीं बैठना पड़ेगा लेकिन वह क्या बेंच पर बैठते ही बेच बेच से टूट जा रही है यह विद्यार्थियों की ही नहीं बल्कि शिक्षकों और विभागीय अधिकारियों को भी हैरत में डाल रही है की नई बेसिक्स की हालत ऐसी कैसे हो सकती है यह हाल राज्य विकृत चिड़ियाघर उच्च माध्यमिक स्कूल का है वहां इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखा जा सकता है

बेंच के किनारे बैठने का निर्देश

स्कूल को 50 बेंच डिस माहिया कराए गए हैं यह लकड़ी के बजाय कुन्नी वह फेवीक्विक से तैयार पटरी से बनाए गए हैं नतीजा बीच इतनी कमजोर है कि तीन बच्चों के बैठते ही टूट जा रही है भर देने से देश का भी बुरा हाल हो जा रहा है यह हालत देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने बेंच पर तीन की जगह दो किनारो पर एक-एक छात्रा को बैठने का निर्देश भी दिया है बीच के ज्यादा कमजोर वह बिना लोहे के सपोर्ट वाले हिस्से को खाली रखना है बताते चलें कि शिक्षा विभाग ने एक एजेंसी के जिले में स्कूलों की मांग के अनुसार कुल 67000 भेज देश पहुंचने का ठेका दिया है

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एजेंसी बदलने का दिया निर्देश

जिला शिक्षा पदाधिकारी को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने चिड़ियाघर स्कूल के प्रधानाध्यापक से बात की प्रधानाध्यापक ने जिला शिक्षा अधिकारी को बताया की बेंच टैक्स की गुणवत्ता बहुत खराब है लकड़ी की कुंजी से बनाए गए हैं

प्रधानाध्यापक ने भी शिकायत की बेंच टैक्स में लगे लोहे के फ्रेम भी बहुत कमजोर है शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने सम्मानित एजेंसी की बेंच टैक्स बदलने का निर्देश दिया है साथ ही कहा है की बेंच डिस के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने वाली एजेंसी की काली सूची में डाला जाएगा नेम अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी जिला शिक्षाप्रद जाने कहा कि अन्य स्कूलों को मिली बैंक अध्यक्ष की भी अब गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी

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