1.87लाख शिक्षकों की कॉउंसलिंग शुरू, कॉउंसलिंग मे शिक्षकों को हो रही है काफ़ी समस्या, शिक्षकों को इन दो डाक्यूमेंट्स नहीं रहने के कारण शिक्षकों को कॉउंसलिंग केंद्रों मे नहीं दी जा रही है प्रवेश, 

1.87लाख शिक्षकों की कॉउंसलिंग शुरू, कॉउंसलिंग मे शिक्षकों को हो रही है काफ़ी समस्या, शिक्षकों को इन दो डाक्यूमेंट्स नहीं रहने के कारण शिक्षकों को कॉउंसलिंग केंद्रों मे नहीं दी जा रही है प्रवेश, 

 

 

राजभर में 1.87 लाख नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग दिन जिले के आरसीसी सेंटर में शुरू हो गई है काउंसलिंग के दौरान शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है कई शिक्षकों का वेरिफिकेशन होने में काफी समय लग रहा है बहुत सारे ऐसे शिक्षक है जिन का वेरिफिकेशन में बार-बार एरर दिखाया जा रहा है कुछ शिक्षकों को तो काउंसलिंग केंद्र पर प्रवेश ही नहीं दी जा रही है कि नहीं का कुछ सर्टिफिकेट गायब है तो पीने का कुछ सर्टिफिकेट गायब है ऐसी स्थिति में सभी शिक्षक अपने-अपने सभी तरह के सर्टिफिकेट को एकत्र कर लेकर जाए काउंसलिंग केंद्र पर

कॉउंसलिंग कराने जाने वाले शिक्षक जरा इधर दें ध्यान, इन दो डाक्यूमेंट्स के बिना कॉउंसलिंग केंद्र पर नहीं मिल रही है शिक्षकों को प्रवेश,

 

Bihar News: बांका में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों की चीर लंबित काउंसिलिंग की प्रक्रिया गुरुवार को डीआरसीसी में शुरु हो गई। पहले दिन केवल पांच काउंटर पर इंटर शिक्षक और पुस्तकालयाध्यक्ष के प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया गया।

इसके लिए आवेदक सभी मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र लेकर उपस्थित होना अनिवार्य था।

ये डॉक्यूमेंट लाना अनिवार्य

लेकिन, मुख्य द्वार पर प्रवेश के समय सभी शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र और मूल आधार कार्ड अनिवार्य रूप से दिखाना पड़ रहा है। इसके बिना नियोजित शिक्षकों (Niyojit Teacher) को अंदर प्रवेश नहीं मिल रहा है। प्रवेश निर्धारित समय तक स्लाट के हिसाब से ही दिया जा रहा है।

समय पर नहीं आए तो सप्ताह भर का इंतजार करना पड़ेगा

निर्धारित समय के बाद आने वाले नियोजित शिक्षकों को अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। फिर उन शिक्षकों को अपनी काउंसिलिंग के लिए सप्ताह भर तक का इंतजार करना होगा। शिक्षकों को प्रवेश के लिए पहले काउंटर पर ही थंब का मिलान किया जा रहा है। इसके बाद उपस्थिति बनाकर उन्हें हाल में प्रवेश दिया जा रहा है।

निर्धारित काउंटर पर ही उपस्थित होकर अपने प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराएंगे

हाल में काउंटर मिलने पर वे निर्धारित काउंटर पर ही उपस्थित होकर अपने प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराएंगे। डीआरसीसी में इसकी तैयारियों के लिए डीईओ कुंदन कुमार, डीपीओ दीपक कुमार, पीओ संजय कुमार यादव सहित दर्जन भर से अधिक कर्मी दिनभर वहां कैंप करते रहे।

शिक्षक का भी एक भी मूल प्रमाण पत्र नहीं मिलने या उसके पास नहीं होने की स्थिति में इसका जिक्र सत्यापन में साफ-साफ किया जाएगा। सत्यापन कुछ भी संदिग्ध मिलने पर उसे संदिग्ध लिखा जाएगा। मालूम हो कि जिला में सक्षमता पास करने वाले 5010 नियोजित शिक्षकों की काउंसिलिंग होनी है। अगले सप्ताह प्राथमिक शिक्षकों की काउंसिलिंग बढ़ने पर भीड़ काफी बढ़ेगी। शुरुआती एक दो दिन काउंटर पर कम भीड़ होगी।

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